रामनवमी पर रक्सौल में निकली भव्य शोभा यात्रा भक्ति, संस्कृति और संगठन का अद्भुत संगम

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रक्सौल,संवाददाता
रामनवमी के पावन अवसर पर रक्सौल शहर ने एक बार फिर अपने सांस्कृतिक और धार्मिक गौरव का अद्भुत प्रदर्शन किया। हजारीमल हाई स्कूल से आरंभ हुई इस भव्य शोभायात्रा ने न सिर्फ धार्मिक श्रद्धा का संचार किया, बल्कि समाज को संगठित होने का भी संदेश दिया। शोभायात्रा में हजारों रामभक्तों ने भाग लिया, जिनमें महिलाओं, युवाओं और बच्चों की संख्या उल्लेखनीय रही।
शोभायात्रा की शुरुआत हजारीमल हाई स्कूल में भगवान श्रीराम के भक्त हरिकिशन की अगुआई में हुई। मंच से भगवान श्रीराम से जुड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। विदेशी भक्तों द्वारा हनुमान चालीसा और महामंत्र का पाठ इस आयोजन का विशेष आकर्षण रहा, जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सनातन संस्कृति की पहुंच और प्रभाव को दर्शाया।
इसके बाद, विशाल शोभायात्रा हजारीमल से कोरिया टोला, कोडियार नहर चौक, ब्लॉक रोड, स्टेशन रोड होते हुए बाटा चौक तक पहुँची। शोभायात्रा पुनः मेन रोड से गुजरती हुई हजारीमल हाई स्कूल पर समाप्त हुई। यह यात्रा लगभग 200 गांवों से आए भक्तों के सहयोग से जन-जागरूकता का प्रतीक बन गई।
हर चौक-चौराहे पर राम भक्तों के लिए नींबू पानी और शरबत की व्यवस्था थी। सुरक्षा व्यवस्था बेहद सख्त रही, पुलिस बल सुबह से ही सतर्कता के साथ मौजूद रहा। यातायात को वनवे करके सहज और सुरक्षित निकासी सुनिश्चित की गई।
कार्यक्रम में नगर अध्यक्ष अजीत पांडे, जिला अध्यक्ष अरुण कुमार सहित कई गणमान्य लोग व समिति के दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित रहे। श्री राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान की झांकी ने श्रद्धालुओं को रामायण की जीवंत अनुभूति कराई। कई स्थानों पर श्रद्धालु खिड़कियों से फूल बरसाते नजर आए और “जय श्रीराम” के नारों से वातावरण गुंजायमान हो गया।
इस शोभायात्रा ने रक्सौल क्षेत्र में एकता, संस्कृति और धर्म की चेतना को और भी प्रखर किया। यह आयोजन इस बात का प्रतीक है कि सनातन परंपराएं आज भी जनमानस में जीवंत हैं और हमारी नई पीढ़ी उन्हें अपनाने को तैयार है।
रामनवमी जुलूस के दौरान अनुमंडल पदाधिकारी शिवांशी दीक्षित ने बड़ी मस्जिद के पास सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाली और उनकी निगरानी में शोभायात्रा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई।

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