अतिक्रमण हटाने गयी टीम के मजिस्ट्रेट को लोगों ने दौड़ा कर पीटा आवास बोर्ड की जमीन से अवैध कब्जा हटाने पहुंची थी टीम, अधिकारियों पर घूस मांगने का आरोप
- Advertisement -

पूर्णिया: पूर्णिया में शनिवार को अतिक्रमण हटाने पहुंचे मजिस्ट्रेट पर महिलाओं ने हमला कर दिया। हाथों में लाठी-डंडे लिए महिलाओं ने मजिस्ट्रेट को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इस दौरान जमकर पत्थर और ईंट भी बरसाए गए। हालात बेकाबू होता देख पुलिस ने लाठीचार्ज किया।

के. हाट थाना क्षेत्र के हाउसिंग कॉलोनी में दशकों से अतिक्रमणकारियों का कब्जा है। आवास बोर्ड की टीम और के. हाट थाने की पुलिस अवैध कब्जा हटाने पहुंची थीं।

अनुमंडल पदाधिकारी के आदेश पर आवास बोर्ड की हाउसिंग कॉलोनी से अवैध कब्जा हटाने टीम पहुंची थी। मजिस्ट्रेट अनिल कुमार लोगों को समझा रहे थे, ताकि शांतिपूर्ण तरीके से एरिया को खाली कराया जा सके। अतिक्रमणकारी वहां से हटना नहीं चाह रहे थे। बातचीत के क्रम में महिलाओं ने मजिस्ट्रेट पर हमला कर दिया। जिससे वो घायल हो गए।

महिलाओं ने बताया कि 4 दशकों से हाउसिंग कॉलोनी में रह रहे हैं। आवास बोर्ड के अधिकारी घूस की डिमांड कर रहे थे। घूस की राशि नहीं दी तो जेसीबी लेकर घरों को तोड़ने पहुंच गए। हम लोग इसका विरोध किए। घर और दुकान नहीं रहेगा तो जी कर क्या करेंगे।

उन्होंने कहा कि 9 अगस्त की रात अचानक मोबाइल पर नोटिस आया। 10 अगस्त को घर खाली कर दें, अन्यथा तोड़ दिया जाएगा। आवास बोर्ड के अधिकारी आए तो हम लोगों ने उनसे कुछ समय मांगा, लेकिन वो लोग इसके लिए तैयार नहीं थे।

मजिस्ट्रेट ने कहा कि आदेश पर कब्जा हटाने पहुंचे थे। मजिस्ट्रेट अनिल कुमार गुप्ता ने कहा कि सरकारी आदेश पर आवास बोर्ड की जमीन से अवैध कब्जा हटाने पहुंचे थे। टीम अपना काम कर रही थी। इसी दौरान उपद्रवियों ने हमला कर दिया। स्थिति को कंट्रोल करने के लिए पुलिस की ओर से भी कार्रवाई की गई।

एरिया खाली करने के लिए कई बार नोटिस जारी किया गया था। लेकिन मामला पेचीदा है। बयानों में अंतर है और सरकारी बयान भरोसेमंद नजर नहीं आ रहे हैं।

सरकार जिस अतिक्रमण को 10-12 साल पुराना बता रही है, अतिक्रमणकारियों ने उसे 40 साल पुराना बताया है। इस मामले में सरकार गैर जिम्मेदारी से पेश कैसे आ सकती है ?

कनीय अभियंता धीमानंद पासवान ने कहा कि आवास बोर्ड की जमीन पर पिछले 10 से 12 साल से अतिक्रमणकरियों का कब्जा है। इसी कब्जे को हटाने का अनुमंडलीय पदाधिकारी के आदेश पर हाउसिंग कॉलोनी पहुंचे थे। अतिक्रमणकारियों को कई बार नोटिस भी जारी किया गया था। इसके बावजूद खाली नहीं किया जा रहा था।

अतिक्रमण हटाने के लिए कार्रवाई शुरू की गई तो उपद्रवियों ने हमला कर दिया। हमले में मजिस्ट्रेट और मुझे हल्की चोट लगी है।

- Advertisement -

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here