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पटनाः बीएन मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा में छात्राओं के साथ बदसुलूकी के आरोपित प्रो शंकर मिश्रा को परीक्षा नियंत्रक बनाए जाने पर विरोध कर रहे छात्रों को निलंबित करने के खिलाफ आइसा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में आइसा राज्य सचिव सबीर कुमार, राज्य अध्यक्ष प्रीति कुमारी, राज्य सह सचिव कुमार दिव्यम, राष्ट्रीय परिषद के सदस्य और निलंबित छात्र अरमान अली, राज्य परिषद सदस्य हेमंत राज उपस्थित थें।

प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने बताया कि बीएन मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा में परिसंपदा पदाधिकारी के पद पर तैनात बी एन मंडल विश्वविद्यालय के शिक्षक प्रो. डॉ शंकर मिश्रा पर छात्राओं द्वार बदसलूकी का आरोप लगाया गया। कुलपति के द्वारा जांच कमेटी बनाने और कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। लेकिन कोई जांच कमेटी नहीं बनाई गई और ना ही कोई कार्रवाई की गई। आरोप लगने के कुछ दिनों के बाद शिक्षक पर कार्रवाई करने के बजाए उन्हें प्रोमोशन दे कर परीक्षा नियंत्रक बना दिया गया।

प्रोमोशन का विरोध कर रहे आइसा के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य अरमान अली सहित कई अन्य छात्र नेताओं को पीएचडी से निलंबित कर दिया गया है। छात्रों पर कारवाई कही से भी जायज नहीं है। आइसा ने महामहिम राज्यपाल महोदय को ज्ञापन दिया है और आरोपित शिक्षक पर कारवाई करने और छात्रों के निलंबन वापस लेने की भी मांग की है।

राज्य सचिव सबीर कुमार और अध्यक्ष प्रीति कुमारी ने संयुक्त रूप से कहा कि इस तरह के मामले में कारवाई करने की बजाए कुलपति संरक्षण दे रहे हैं। छात्राओं के साथ उत्पीड़न पर सरकार और राजभवन अब तक कोई संज्ञान नहीं लिया है। उत्पीड़न के आरोपी शिक्षक पर कारवाई करने के बजाए शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन कर रहे छात्रों पर कारवाई करना कुलपति की तानाशाही है। आइसा इसके खिलाफ आंदोलनरत है।

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