पटना डेस्कः लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर भाजपा शंखनाद कर चुकी है। जिसको लेकर पूरे देश में पार्टी के नेता और कार्यकर्ता अभी से ही तैयारियों में जुटे हुए हैं। तो इधर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी देश के कई राज्यों का दौरा कर रहे हैं और पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे हैं। दूसरी तरफ सभी प्रमुख दलों के तरफ से अपनी तैयारियों को अब रफ्तार देना शुरू कर दिया गया है। इसको लेकर देश के कई हिस्सों में राजनीतिक सभा भी आयोजित की जा रही है और सभी प्रमुख दलों के बड़े नेताओं का दौरा भी निर्धारित किया जा रहा है। इस बीच भाजपा के तरफ से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह फिर से बिहार आने वाले हैं।
दरअसल, बिहार भाजपा के तरफ से आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियां जोरो से शुरू कर दी गई है। इसके बाद अब भाजपा के बड़े नेता अमित शाह बिहार आने वाले हैं। अमित शाह का पिछले कुछ महीनों के अंदर यह पांचवा बिहार दौरा है। हालांकि, अमित शाह यह कह चुके हैं कि वह हर महीने बिहार आएंगे। लिहाजा, उनका यह दौरा इस संदर्भ में भी बताया जा रहा है। सके पहले शाह 25 फरवरी को बिहार दौरा कर चुके हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 2 अप्रैल को बिहार आयेंगे। इस दौरान शाह नवादा और सासाराम में जनसभा करेंगे। इसके साथ ही इन इलाकों के भाजपा कार्यकर्ताओं से भी बात करेंगे। इसके साथ ही लोकसभा चुनाव को लेकर वो अपने पदाधिकारी को जरूरी टास्क भी देंगे। हालांकि, इनके आगमन को लेकर फिलहाल कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।
मालूम हो कि, इससे पहले अमित शाह 25 फरवरी को बिहार दौरे पर थे। गृहमंत्री ने पश्चिमी चंपारण जिले के लौरिया में रैली कर बिहार में भाजपा के लोकसभा चुनाव 2024 के प्रचार का शंखनाद किया था। इसके बाद उन्होंने पटना के बापू सभागार में किसान-मजदूर समागम में शामिल होकर किसानों को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने नीतीश कुमार, लालू यादव और कांग्रेस को आड़े हाथों लिया था। उन्होंने नीतीश-तेजस्वी की जोड़ी का मजाक उड़ाते हुए कहा था कि नीतीश जी ने अगर वादा किया है तो तारीख बताएं कि तेजस्वी को कब मुख्यमंत्री बनाएंगे।
बताते चलें कि, 2019 के लोकसभा चुनाव में 53% वोट हासिल करने के साथ बिहार के 40 में से 39 सीटों पर कब्जा करने वाली एनडीए का स्वरूप इस बार बदल चुका है। 2014 में अकेले चुनाव लड़कर 2 सीटों पर सिमट चुके नीतीश कुमार ने, 2019 में बीजेपी के साथ लोकसभा का चुनाव लड़कर अपने सांसदों की संख्या 2 से बढ़ाकर 16 तक पहुंचा दिया। लेकिन, 2024 के लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड एक बार फिर से बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ेगी। वहीं एनडीए में बीजेपी के साथ शामिल रामविलास पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति का भी दो फाड़ हो चुका है। एक गुट का नेतृत्व पशुपतिनाथ पारस कर रहे हैं, जिनके साथ 5 सांसद हैं। तो दूसरी तरफ रामविलास पासवान के सांसद बेटे चिराग पासवान कर हैं, इनके साथ आने का फायदा भाजपा पिछले दिनों बिहार में हुए दो उपचुनाव के परिणामों कके जरिए देख चूका है।