अमित शाह का आज बिहार दौरा: 10,000 कार्यकर्ताओं के साथ चुनावी रणनीति पर करेंगे बातचीत

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Highlights
  • • केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दूसरी बार बिहार पहुंचे। • बेतिया में 10 जिलों के कार्यकर्ताओं के साथ अहम बैठक करेंगे। • पटना में भाजपा प्रदेश कार्यालय में चुनाव अभियान समिति की बैठक होगी। • नवनियुक्त चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान भी बैठक में मौजूद रहेंगे। • अमित शाह कुल मिलाकर 10,000 कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद करेंगे। • सीट शेयरिंग और चुनावी रणनीति पर सहमति बनने के आसार हैं। • सराय रंजन और फारबिसगंज में भी कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। • भागलपुर, पूर्णिया और सहरसा प्रमंडल के कार्यकर्ताओं संग भी बैठक होगी। • सुरक्षा को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर, हेलीपैड और मार्गों का निरीक्षण किया गया। • यह दौरा बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है।

बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हो चुकी हैं और इसी बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह एक बार फिर बिहार पहुंच रहे हैं। यह उनका दूसरा दौरा है और इसे पूरी तरह चुनावी रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। शाह इस बार न केवल 10,000 से ज्यादा कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद करने वाले हैं बल्कि 243 विधानसभा सीटों को साधने की तैयारी में कई अहम बैठकें भी करेंगे।

बेतिया से शुरू होगा दौरा

अमित शाह अपने दौरे की शुरुआत बेतिया से करेंगे। यहां वे सारण प्रमंडल, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज और सिवान सहित 10 जिलों के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक में कार्यकर्ताओं से फीडबैक भी लिया जाएगा, ताकि जमीनी हकीकत के आधार पर चुनावी रणनीति तय की जा सके।

पटना में चुनाव अभियान समिति की बड़ी बैठक

बेतिया के बाद अमित शाह पटना आएंगे। यहां भाजपा प्रदेश कार्यालय में चुनाव अभियान समिति की बैठक होगी। इस बैठक को बेहद अहम माना जा रहा है क्योंकि इसमें सीट शेयरिंग के मुद्दे पर सहमति बनने की संभावना जताई जा रही है। बैठक में नवनियुक्त चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद रहेंगे।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने बताया कि पहले चरण में शाह 20 जिलों के कार्यकर्ताओं से मिल चुके हैं। अब दूसरे चरण में उनका फोकस और ज्यादा गहन होगा, जिसमें वे तीन अलग-अलग बैठकों के जरिए हज़ारों कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद करेंगे।

फारबिसगंज और सराय रंजन में भी बैठकें

शनिवार को गृहमंत्री शाह की व्यस्तता चरम पर होगी। वे जातीय नेता विजय चौधरी के क्षेत्र सराय रंजन में बैठक करेंगे और फिर अररिया जिले के फारबिसगंज पहुंचेंगे, जहां 4,000 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। इसके बाद भागलपुर, पूर्णिया और सहरसा प्रमंडल के कार्यकर्ताओं से भी उनकी अहम मुलाकात होगी।

10,000 कार्यकर्ताओं संग संवाद

इस पूरे दौरे में अमित शाह लगभग 10,000 कार्यकर्ताओं से आमने-सामने मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि इन बैठकों में बूथ स्तर तक की चुनावी तैयारियों पर मंथन होगा। शाह का मुख्य फोकस कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाना और चुनावी रणनीति को अंतिम रूप देना है।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

गृहमंत्री शाह के दौरे को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर हैं।
• जगह-जगह अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है।
• संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा चौकियों की संख्या बढ़ाई गई है।
• हेलीपैड तैयार किया गया है और आने-जाने के मार्गों का पुनः निरीक्षण किया जा रहा है।
• कॉलेज परिसर और बैठक स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था की विशेष निगरानी की जा रही है।
• पुलिस अधीक्षक ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे आपातकालीन स्वास्थ्य और राहत सुविधाओं को भी उपलब्ध कराएं।

रणनीति और चुनावी समीकरण

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि शाह का यह दौरा केवल संगठनात्मक गतिविधियों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह बिहार चुनाव 2025 की बड़ी रणनीति का हिस्सा है।
• भाजपा का लक्ष्य इस बार सभी 243 सीटों पर मजबूती से लड़ना है।
• सीट शेयरिंग पर भी इस दौरे में बड़ा निर्णय हो सकता है।
• शाह कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेकर यह जानना चाहते हैं कि किस क्षेत्र में किस मुद्दे पर जोर देना चाहिए।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का यह दौरा बिहार की राजनीति में नई हलचल पैदा कर रहा है। एक ओर भाजपा संगठनात्मक ताकत को और मजबूत करने में जुटी है, वहीं दूसरी ओर विपक्ष इस दौरे को भाजपा की चुनावी हड़बड़ी बता रहा है। लेकिन इतना तय है कि शाह के इस मैराथन दौरे और बैठकों के बाद बिहार की चुनावी राजनीति का पारा और भी चढ़ने वाला है।

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