अनुपर्णा रॉय ने रचा इतिहास, वेनिस फिल्म फेस्टिवल में जीती अवार्ड, महिलाओं को कर दी समर्पित

3 Min Read

भारतीय फिल्म डायरेक्टर अनुपर्णा रॉय को 82वें वेनिस फिल्म फेस्टिवल के Orizzonti सेक्शन में बेस्ट डायरेक्टर अवॉर्ड मिला। ये अवॉर्ड उनकी पहली फिल्म ‘सॉन्ग्स ऑफ फॉरगॉटन ट्रीज’ के लिए दिया गया। इस फिल्म को अनुराग कश्यप ने प्रेजेंट किया था। इस जीत को अनुपर्णा रॉय ने दुनियाभर की महिलाओं को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि ये फिल्म हर उस औरत के लिए है, जिसे कभी चुप कराया गया, नजरअंदाज किया गया हो। उम्मीद है कि सिर्फ सिनेमा में ही नहीं बल्कि बाहर भी ये जीत औरतों को आवाज, कहानियां, ज्यादा ताकत देगी।

सॉन्ग्स ऑफ फॉरगॉटन ट्रीज’ इस साल वेनिस फिल्म फेस्टिवल के Orizzonti सेक्शन में चुनी गई अकेली भारतीय फिल्म थी। फिल्म ने फेस्टिवल में दर्शकों और जूरी, दोनों का दिल जीत लिया। अवॉर्ड मिलते ही डायरेक्टर अनुपर्णा रॉय इमोशनल हो गईं और उन्होंने ये सम्मान अपने देश को समर्पित किया। नाज शेख और सुमी बघेल स्टारर ये फिल्म बिभांशु राय, रोमिल मोदी और रंजन सिंह ने प्रोड्यूस की है. कहानी मुंबई में दो महिलाओं की जिंदगी के इर्द-गिर्द घूमती है।

फिल्म के तीनों प्रोड्यूसर्स भी इस बड़ी जीत पर खुशी से झूम उठे. प्रोड्यूसर बिभांशु राय ने कहा कि इस फिल्म को बनाना कभी आसान नहीं था। हमें कई मुश्किलों, कठिन दिनों से गुजरना पड़ा। लेकिन हमने हार नहीं मानी, क्योंकि यह कहानी दुनिया तक पहुंचनी जरूरी थी। 

वहीं प्रोड्यूसर रोमिल मोदी ने कहा कि अनुपर्णा जैसी महिलाओं को सपोर्ट करना सिर्फ एक विकल्प नहीं, बल्कि जिम्मेदारी है.” उन्होंने आगे कहा, “उनकी कहानियों में इतनी ताकत, सच्चाई और दिल से जुड़ाव है, जो आज की बार-बार दोहराई जाने वाली युद्ध पर आधारित कहानियों से कहीं ज्यादा असरदार हैं. ये फिल्म उनके साथ खड़े होने का मेरा तरीका है, और हर उस औरत के लिए भी, जिसकी आवाज सुनी जानी चाहिए।

रंजन सिंह ने कहा कि अनुपर्णा ने अपने पहले पिच किए गए ह्यूमन ड्रामा के आइडिया के साथ पूरी ईमानदारी निभाई और वही फिल्म बनाई जो वह बनाना चाहती थीं। उन्होंने आगे कहा, “यह जीत सबसे बड़ा सबूत है कि अगर कोई अपनी सच्ची लगन और विश्वास से कहानी कहे, तो वह पूरी दुनिया के लोगों के दिल तक पहुंचती है।

वेनिस फिल्म फेस्टिवल 2025 शनिवार को खत्म हुआ. इस बार का गोल्डन लायन अवॉर्ड अमेरिकी इंडी फिल्म ‘फादर मदर सिस्टर ब्रदर’ को मिला। ट्यूनीशियाई फिल्म ‘द वॉइस ऑफ हिंद रजब’, जिसने गाजा संघर्ष को दिखाया और फेस्टिवल में 22 मिनट तक स्टैंडिंग ओवेशन मिला. ये दूसरे नंबर पर रही। हॉलीवुड डायरेक्टर बेनी सफी को ड्वेन जॉनसन की फिल्म ‘द स्मैशिंग मशीन’ के लिए बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड मिला।

ये भी पढ़ें…अभिनेत्री क्रिस्टल डिसूजा का छलका दर्द..लोकल ट्रेन में छेड़छाड़ से बिगड़ी थी हालत, फिर कैसे संभाला..?

Share This Article