किशनगंज, संवाददाता
बिहार राज्य आशा एवं आशा फैसिलिटेटर संघ ने मंगलवार को किशनगंज में रैली निकालकर स्वास्थ्य विभाग को मांग-पत्र सौंपा। संघ ने मुख्यमंत्री द्वारा प्रोत्साहन राशि को 1,000 से बढ़ाकर 3,000 रुपए करने के फैसले का स्वागत किया।
आशा कार्यकर्ताओं ने अपर मुख्य सचिव को सौंपे पत्र में कई मांगें रखीं। उन्होंने 2023 की हड़ताल के बाद हुए समझौते के अनुसार प्रोत्साहन राशि को मानदेय में बदलने की मांग की। साथ ही 2,000 रुपए की बढ़ोतरी को 1 सितंबर 2023 से लागू करने का आग्रह किया।
संघ ने बकाया राशि का एकमुश्त भुगतान और विशेष अभियान के तहत सभी बकाया प्रोत्साहन राशि के भुगतान की मांग की। उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं को सरकारी सेवक घोषित करने की मांग भी रखी। तब तक न्यूनतम वैधानिक मजदूरी 26,000 रुपए प्रतिमाह देने का प्रस्ताव रखा।
श्रम आयोग और महिला आयोग ने प्रोत्साहन राशि के बजाय नियत वेतन की अनुशंसा की है। संघ ने सेवानिवृत्ति आयु को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की तरह 65 साल करने की मांग की। साथ ही 10 लाख रुपए का रिटायरमेंट लाभ और 10,000 रुपए मासिक पेंशन की मांग भी शामिल है।
आशा कार्यकर्ताओं ने किशनगंज में निकाली रैली
