महागठबंधन में अब सब ठीक? अशोक गहलोत ने किया खुलासा – राबड़ी आवास पर महागठबंधन की अहम बैठक।

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पटना में राबड़ी देवी आवास पर लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात के बाद अशोक गहलोत बोले – “अब सब भ्रम दूर होंगे, महागठबंधन एकजुट है।”
Highlights
  • • बिहार चुनाव 2025 से पहले पटना में बड़ी सियासी हलचल • अशोक गहलोत ने लालू और तेजस्वी यादव से मुलाकात की • तेजस्वी यादव को महागठबंधन का मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाने पर सहमति • गुरुवार को पटना में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में साझा घोषणा पत्र जारी होगा • अशोक गहलोत बोले – “अब सब भ्रम दूर होंगे, सब एकजुट हैं” • 243 सीटों में से 5-7 सीटों पर फ्रेंडली फाइट की संभावना • साझा घोषणा पत्र में आर्थिक न्याय, रोजगार और शिक्षा मुख्य फोकस • कांग्रेस, राजद और वाम दल अब साथ मिलकर उतरेंगे मैदान में

बिहार चुनाव 2025 में महागठबंधन का बड़ा फैसला – लालू और तेजस्वी से मुलाकात के बाद अशोक गहलोत बोले, “अब सब भ्रम दूर होंगे”

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में विपक्षी महागठबंधन की रणनीति अब स्पष्ट होती जा रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को पटना पहुंचकर राबड़ी देवी के आवास पर लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव से लंबी चर्चा की।
इस मुलाकात ने महागठबंधन में चल रही असहमति और भ्रम की स्थिति को दूर करने में अहम भूमिका निभाई है।

गहलोत ने साफ कहा,

“थोड़ा भ्रम पैदा कर दिया गया था, अब सब साफ हो जाएगा।”

उनकी इस टिप्पणी ने संकेत दिया कि महागठबंधन अब एकजुट होकर चुनाव मैदान में उतरने को तैयार है।

महागठबंधन में अब सब ठीक? अशोक गहलोत ने किया खुलासा - राबड़ी आवास पर महागठबंधन की अहम बैठक। 1

तेजस्वी यादव होंगे मुख्यमंत्री पद का चेहरा – गुरुवार को औपचारिक घोषणा

राबड़ी देवी आवास पर हुई इस बैठक में यह सहमति बन चुकी है कि तेजस्वी यादव महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के चेहरे होंगे।
इसकी औपचारिक घोषणा गुरुवार को पटना में होने वाली संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में की जाएगी।
इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में साझा घोषणा पत्र (Common Manifesto) भी जारी किया जाएगा, जिसमें महागठबंधन के चुनावी वादों और नीतियों का उल्लेख होगा।

बैठक में कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु, राजद नेता मंगनीलाल मंडल, सुनील सिंह और संजय यादव भी शामिल थे।
लगभग एक घंटे चली यह मुलाकात सीट बंटवारे, प्रचार योजना और जनसंपर्क अभियान पर केंद्रित रही।
बातचीत का माहौल सकारात्मक रहा और खटास खत्म करने पर सहमति बनी।

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अशोक गहलोत बोले – “5-7 सीटों पर फ्रेंडली फाइट कोई बड़ी बात नहीं”

पत्रकारों से बात करते हुए अशोक गहलोत ने बिहार की 243 सीटों का जिक्र करते हुए कहा –

“5-7 सीटों पर अगर स्थानीय स्तर पर फ्रेंडली फाइट होती है, तो यह कोई बड़ी बात नहीं है। सभी दल एकजुट होकर चुनाव लड़ रहे हैं।”

उन्होंने स्पष्ट किया कि महागठबंधन का मकसद एनडीए की नीतियों के खिलाफ जनादेश लाना है।
गहलोत का यह बयान इस बात का संकेत है कि अब कांग्रेस, राजद और वाम दलों के बीच साझा लक्ष्य तय हो चुका है।

साझा घोषणा पत्र में “आर्थिक न्याय” मुख्य मुद्दा

महागठबंधन का साझा घोषणा पत्र इस बार “आर्थिक न्याय” पर केंद्रित रहेगा।
सूत्रों के मुताबिक, इसमें रोजगार, शिक्षा, महिलाओं की भागीदारी और सामाजिक सुरक्षा पर ठोस वादे शामिल होंगे।
तेजस्वी यादव ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा कि

“बैठक सकारात्मक माहौल में हुई है और गुरुवार को सभी मुद्दों पर स्पष्ट घोषणा की जाएगी।”

कांग्रेस की ओर से कृष्णा अल्लावरु ने भी कहा –

“एनडीए को बताना चाहिए कि उसने जनता के लिए क्या किया। महागठबंधन की सरकार आने पर हम बताएंगे कि जनता के लिए क्या करेंगे।”

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गठबंधन में बढ़ी एकजुटता – लालू-तेजस्वी की जोड़ी फिर सक्रिय

राबड़ी देवी आवास पर हुई यह बैठक सिर्फ एक औपचारिक मुलाकात नहीं थी, बल्कि महागठबंधन की एकता का प्रतीक बन गई।
गहलोत की मौजूदगी ने कांग्रेस और राजद के बीच समन्वय को मजबूत किया।
लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव की जोड़ी अब चुनावी मैदान में निर्णायक भूमिका निभाने को तैयार है।

गहलोत का पटना दौरा यह भी दर्शाता है कि कांग्रेस इस बार पहले से ज्यादा सक्रिय और मुखर भूमिका निभाने के मूड में है।
महागठबंधन के वाम दलों के साथ तालमेल को लेकर भी लगभग सहमति बन चुकी है।

अब पटना से दिखेगा विपक्ष की एकजुटता का रोडमैप

गुरुवार को होने वाली महागठबंधन की प्रेस कॉन्फ्रेंस न केवल तेजस्वी यादव के नेतृत्व की औपचारिक घोषणा करेगी, बल्कि विपक्ष के एकजुट मोर्चे का रोडमैप भी पेश करेगी।
243 सीटों वाले बिहार में विपक्ष का यह एकजुट संदेश एनडीए के लिए नई चुनौती साबित हो सकता है।

गहलोत ने जो कहा — “अब सब भ्रम दूर होंगे” — वह सिर्फ एक बयान नहीं, बल्कि महागठबंधन के भीतर नए विश्वास और साझा उद्देश्य का संकेत है।

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