सुपौल: अयोध्य के महंथ जयराम दास गुरुकुलम की परंपरा चला रहे हैं। उन्होंने कहा गुरुकुलम की परंपरा निर्माण के लिए लोगों के बीच बैठक कर, रायविचार कर उनका मन्तव्य ले रहे हैं। वह अयोध्या से चलकर बिहार आये हैं ताकि यहां की भूमि की सनातनीय उर्जा के प्रवाह से भारत को पूर्ण हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए, सनातन का उपासक बनाने के लिए बिहार के हर जिले में गुरुकुल खोले जा सकें जहां बच्चों को दूषित शिक्षा की जगह वैज्ञानिक और मानवीय शिक्षा मिल सके।
महाराज ने संदेश देते हुए कहा कि सनातन धर्म के जो भी अनुयायी हैं उसके लिए सावन माह, महान पुण्यदायक समय है। इसमें बाबा बघलेश्वर एवं भगवान भूत, बाबा भोलेनाथ एवं आदि-आदि नामों से जो जाने जाते हैं, उनका अर्चन, वंदन और अभिषेक, महाभिषेक, रुद्राभिषेक करने से जीवन में उपद्रव कठिनाई दूर होगी।
सावन की दूसरी सोमवारी के दिन सुपौल के प्रसिद्ध बघलेश्वर महाकाल मंदिर में अयोध्या धाम के महंथ महामंडलेश्वर जयराम दास जी महाराज अपने शिष्यों के साथ पहुंचे। त्रिवेणीगंज नगर परिषद क्षेत्र के बघला वार्ड नंबर 9 में स्थित इस मंदिर में उन्होंने विधि विधान से पूजा-अर्चना की।
इस दौरान मधुबनी के आचार्य शेष नारायण जी, उत्तर प्रदेश लखनऊ से साथ रहे शास्त्री ओम तिवारी, भाजपा नेता सहरसा रितेश रंजन, त्रिवेणीगंज अनुमंडल अधिवक्ता रंजन कुमार आदि ने उनका भव्य स्वागत किया।