बिहार के भिखारी आत्मनिर्भर बनेंगे. इसको लेकर भिखारियों का रेस्क्यू किया जाएगा और उसके बाद उनको कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके साथ ही सरकार रोजगार भी दिलाएगी. जिसके बाद बिहार के भिखारी आत्मनिर्भर बनेंगे.
इसको लेकर सीएम भिक्षावृत्ति उन्मूलन कार्यक्रम के तहत काम किया जाएगा. बिहार के सभी जिलों के डीएम की निगरानी में भिखारियों का रेस्क्यू कराया जाएगा और ट्रेनिंग दिलायी जाएगी. इसको लेकर समाज कल्याण विभाग ने सभी जिलों के डीएम के दिशा निर्देश भेजा है.
बिहार के भिखारियों का डेटाबेस भी तैयार किया जाएगा.
इस डेटाबेस को विभाग पास भेजने का निर्देश भी दिया गया है. सभी को आधार से जोड़ा जाएगा. राजधानी पटना को मार्च 2021 तक भिक्षावृति मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है. इसको लेकर कई जगहों पर कार्यक्रम भी चलाया जाएगा. हाल के दिनों में कुछ भिखारियों को विभाग की ओर से आर्थिक मदद भी की गई है. 10-10 हजार रुपए का चेक दिया गया है. कुछ को 7,500 रुपए का चेक दिया गया है. ये सभी लोग इस पैसे से रोजगार करेंगे.