पटनाः लोकसभा चुनाव से पहले राजद परिवार को बड़ा झटका लगा है। ईडी (ED) ने अवैध संपत्ति मामले में लालू के करीबी और बालू माफिया सुभाष यादव को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया, जहां अदालत ने सुभाष यादव को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
बता दें कि ईडी ने कथित अवैध बालू खनन से जुड़े धन शोधन मामले में शनिवार को बालू किंग के नाम से मशहूर सुभाष यादव के करीब 6 ठिकानों पर 14 घंटे तक छापेमारी की थी। ईडी की टीम शनिवार सुबह सुभाष यादव के पटना के दानापुर स्थित आवास पहुंची थी और तलाशी ली थी। करीब 14 घंटे तक छापेमारी और पूछताछ के बाद ईडी ने सुभाष यादव को गिरफ्तार कर लिया. छापेमारी के दौरान ईडी को सुभाष के घर से दो करोड़ कैश के अलावा पटना, रांची समेत अन्य स्थानों पर जमीन-जायदाद से संबंधित कागजात मिले हैं। इसके अलावा सुभाष यादव के ठिकानों से निवेश से जुड़े दस्तावेज भी बरामद हुए हैं।
बता दें कि ईडी से पहले सुभाष यादव आयकर विभाग की रडार पर थे। 2022 में आयकर विभाग ने उनके कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी। इस छापेमारी के दौरान सुभाष यादव द्वारा करोड़ों की आयकर चोरी की बात सामने आयी थी। इससे पहले 2018 में भी सुभाष यादव के ठिकानों पर आयकर विभाग की रेड पड़ी थी। आईटी टीम ने सुभाष यादव के पटना, दिल्ली और धनबाद स्थित कई ठिकानों पर तलाशी ली थी।
बताया जाता है कि बालू माफिया सुभाष यादव लालू यादव के काफी करीबी हैं. सुभाष यादव लालू परिवार के फाइनेंसर भी माने जाते हैं. उन पर कई बार लालू-राबड़ी और उनके परिजनों को फ्लैट-जमीन देने के आरोप भी लगे हैं. सुभाष यादव आरजेडी नेता पूर्व विधायक भी हैं. इतना ही नहीं पिछले बार लोकसभा चुनाव में वो झारखंड के चतरा से आरजेडी के टिकट पर चुनाव भी लड़ चुके हैं. हालांकि वो चुनाव हार गये थे. सुभाष यादव के खिलाफ बिहार में 14 मुकदमे चल रहे हैं।