इस वक्त एक बड़ी खबर दिल्ली से सामने आ रही है, जहां लोजपा की संसदीय बोर्ड की बैठक खत्म हो गई है. इस बैठक में बड़ा फैसला लिया गया है. लोजपा ने अकेले विधानसभा चुनाव लड़ने का बड़ा फैसला किया है. लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के ऊपर सबकी निगाहें टिकी थीं, जिन्होंने नीतीश इ नेतृत्व को नकार दिया है.
लोक जनशक्ति पार्टी केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक में सभी सदस्यों की मौजूदगी में यह बड़ा निर्णय लिया गया है. करीबी सूत्रों की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक कोरोना और ऑपरेशन के कारण पशुपती पारस और कैसर वीसी के माध्यम से इस अहम बैठक में जुड़े. इस मीटिंग में लोजपा नेताओं ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव नहीं लड़ने का फ़ैसला किया है.
करीबी सूत्रों की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक लोजपा-भाजपा सरकार का प्रस्ताव पारित किया गया है. यानी कि चुनाव के बाद लोजपा के सभी विधायक भाजपा को समर्थन देंगे. लोजपा के सभी विधायक पीएम मोदी और मज़बूत करेंगे. दरअसल एक साल से बिहार 1st बिहारी 1st के माध्यम से उठाए गए मुद्दों पर लोजपा पीछे हटने को तैयार नहीं है.