लाइव बिहार: बिहार विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र में गन्ना किसानों की समस्या समाधान तथा बंद चीनी मिलों को पुनः खोलने का वादा किया गया था. इसी क्रम में रीगा शुगर मिल (जिला सीतामढ़ी, बिहार) को शीघ्र शुरू करने के लिए एक बड़ी पहल केंद्र सरकार एवं भारतीय जनता पार्टी बिहार सरकार के समन्वय से हुई है ।
इस बड़ी उपलब्धि के लिए भाजपा के राष्ट्रीय युवा नेता ऋतुराज सिन्हा ने आज अर्जुनराम मेघवाल (माननीय मंत्री, संसदीय कार्य एवं भारी उद्योग और लोक उद्यम मंत्रालय ) से भेंट की. उन्होने उम्मीद जताई है कि मिल प्रबंधन जल्द ही कुछ महीनों में मिल को दुबारा शुरू करेगा. जिससे स्थानीय किसानों एवं श्रमिकों का इसका बड़ा फायदा होगा.
रीगा चीनी मिल बंद होने के कारण सीतामढ़ी और शिवहर जिले के गन्ना किसान काफी परेशान हैं. उनका करीब 100 करोड़ रुपये का फसल खेतों में बर्बाद होने के कगार पर है. व्यवसायियों का व्यवसाय पूरी तरह से ठप हो गया है. हालात ये है कि कई किसानों ने खेतों में खड़ी गन्ना की फसल जला देने का निर्णय तक ले लिया है. कई किसानों ने बताया कि पहले ही से लाखों-करोड़ों रुपये मिल पर बकाया है. इस बार खेत में ही गन्ना फसल तैयार है. शुगर मिल अबतक चालू नहीं हुआ है, लेकिन किसान रोज चीनी मिल का चक्कर जरूर लगा रहे है कि मिल चालू हो जाये, लेकिन अब उनकी उम्मीद भी नाउम्मीदी में तब्दील होती जा रही है. कई किसानों ने तो 290 से 315 रुपये मूल्य क्विटंल का गन्ना 100 से 180 रूपये क्विंटल में दलालों को बेचने के लिए मजबूर हैं. जिससे लागत की कुछ रकम तो वसूल हो जाये.
लेकिन रीग शुगर मिल की चालू होने की खबर सुनने के बाद शायद गन्ना किसानों को एक उम्मीद की किरण जरूर दिखाई देगी