बिहार में मतदाता सूची में नाम जोड़ने और चुनाव आयोग के नए पुनरीक्षण कानून के विरोध में महागठबंधन के बिहार बंद का असर सभी जिलों में देखने को मिला। उत्तरी बिहार से लेकर दक्षिण बिहार तक कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। साथ सीमांचल के इलाके में भी जमकर विरोध हुआ है। भोजपुर ज़िले में माले कार्यकर्ताओं ने सुबह से ही विरोध प्रदर्शन कर रहे थे और ट्रेन रोक कर नारेबाजी की।
आरा रेलवे स्टेशन पर भाकपा माले के बैनर तले पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर दुकानदारों से अपनी दुकानें बंद रखने की अपील की। महागठबंधन के कार्यकर्ताओं ने विभिन्न सड़कों को जाम किया और जगह-जगह ट्रेनें भी रोकी गईं।
वहीं बिहार बंद का असर मुजफ्फरपुर में भी दिखा। सुबह-सुबह राजद कार्यकर्ताओं ने जीरो माइल गोलंबर पर आवागमन पूरी तरह ठप कर दिया, जिससे शहर में प्रवेश और निकास मार्ग बंद हो गए। कार्यकर्ताओं ने आसपास की दुकानों को भी बंद करा दिया।
उधर, समस्तीपुर में केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर अखिल भारतीय आम हड़ताल के तहत बिहार बंद और चक्का जाम का असर खासा देखने को मिला। इंडिया गठबंधन के घटक दलों ने ताजपुर के गांधी चौक से जुलूस निकालकर नेशनल हाईवे को जाम कर दिया। इस दौरान सड़क पर धरना-प्रदर्शन और नारेबाजी भी की गई।