कोरोना वैक्सीन की पहली खेप मंगलवार को पटना पहुंच गई। स्पाइस जेट के विमान से दोपहर करीब डेढ़ बजे पहली खेप में साढ़े पांच लाख वैक्सीन की डोज पटना एयरपोर्ट पहुंची। डी फ्रीजर वाहन से वैक्सीन को पटना एयरपोर्ट से एनएमसीएच स्टेट यूनिट में भेजा गया और वहां से पूरे बिहार में वैक्सीन की सप्लाई होगी। एयरपोर्ट पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और प्रधान सचिव अमृत प्रत्यय भी मौजूद थे।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि आज स्वदेशी वैक्सीन हमारे पटना में आया है, यह हमारे लिए बहुत खुशी की बात है। आज भारत आत्मनिर्भर बनने की राह पर है। मंगल पांडेय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया और कहा कि सबसे ज्यादा योगदान भारत के चिकित्सकों का है। मंगल पांडे ने कहा कि हम टीकाकरण को लेकर पूरी तरह तैयार हैं।
बता दें कि देश के विभिन्न राज्यों सहित बिहार के लिए भी कोरोना टीका की संख्या निर्धारित की गयी है। पहले चरण में राज्य के स्वास्थ्यकर्मियों और दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर व 50 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों एवं गंभीर रोगों से ग्रसित 50 वर्ष से कम उम्र के मरीजों को भी टीका दिया जाएगा। 98 हजार 700 वॉयल से करीब 10 लाख लोगों को कोरोना टीका दिया जा सकेगा।
राज्य स्वास्थ्य समिति के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एक वॉयल में 5 एमएल दवा होगी। इस प्रकार, 4 लाख 93 हजार 500 एमएल दवा बिहार को मिलेगी। राज्य में प्रति व्यक्ति को 0.5 एमएल टीका की खुराक दी जाएगी। इससे अधिक से अधिक लोगों तक कोरोना टीका पहुंचाने में मदद मिलेगी। देश की ड्रग नियामक संस्था ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने 3 जनवरी को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के कोविशील्ड एवं भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी है। भारत सरकार ने 16 जनवरी से बिहार सहित पूरे देश में कोरोना टीकाकरण का निर्णय लिया है।