बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले महागठबंधन सीट शेयरिंग विवाद ने पूरे राजनीतिक परिदृश्य में हलचल मचा दी है।
एनडीए ने अपने सीट बंटवारे के ऐलान के बाद महागठबंधन के भीतर सीट शेयरिंग को लेकर विवाद और तनाव की स्थिति पैदा कर दी है।
विशेष रूप से कांग्रेस, वीआईपी और राजद के बीच सीट बंटवारे को लेकर कड़ा संघर्ष देखने को मिल रहा है।
कांग्रेस का कड़ा रुख – ‘आज या कभी नहीं’
कांग्रेस ने इस मुद्दे पर साफ कहा है कि सीट शेयरिंग का मसला तुरंत सुलझना चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम, प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरु, विधानसभा दल नेता शकील अहमद खान और विधान परिषद दल नेता मदनमोहन झा ने दिल्ली का रुख किया।
कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार, उनके रणनीतिकारों ने साफ संदेश दिया कि तेजस्वी यादव और वीआईपी के मसले सुलझने के बाद ही न्यायालय की राह पकड़नी है।
कांग्रेस के पास पहले से ही 74 सीटों का पैनल तैयार है, लेकिन वीआईपी के मसले के आधार पर 56 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा जल्द की जाएगी।
यदि वीआईपी का मसला नहीं सुलझा तो कांग्रेस आज शाम तक 70 सीटों पर घोषणा कर सकती है।

VIP के मुकेश सहनी का कड़ा तेवर
वीआईपी के नायक मुकेश सहनी ने सीटों की संख्या और उप मुख्यमंत्री पद को लेकर कड़ा रुख अपनाया।
दिल्ली जाते हुए उन्होंने कहा,
“महागठबंधन का स्वास्थ्य खराब है, डॉक्टर से इलाज कराने जा रहा हूं।”
साथ ही यह चर्चा भी है कि उनके एक पांव बीजेपी में भी है, जो गठबंधन के भीतर राजनीतिक जटिलता को और बढ़ा रहा है।
यह भी पढ़े : https://livebihar.com/bihar-election-2025-nda-seat-dispute/
पशुपति पारस और आईपी गुप्ता का मसला
पशुपति पारस ने भी सीट शेयरिंग न होने की स्थिति में अकेले चुनाव लड़ने की बात तक कही।
इसी बीच राजद के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव गठबंधन का कुनबा बढ़ाने में जुटे हुए हैं।
उन्होंने पहले आईपी गुप्ता से बातचीत शुरू की, जहां उन्हें तीन सीटों का ऑफर दिया गया।
राजद सूत्रों का कहना है कि यह मसला अंतिम चरण का है और जल्द ही सीट शेयरिंग पर सहमति बन जाएगी।
Do Follow us. : https://www.facebook.com/share/1CWTaAHLaw/?mibextid=wwXIfr
सीट शेयरिंग विवाद का राजनीतिक असर
महागठबंधन के भीतर सीट बंटवारे को लेकर चल रही यह राजनीतिक हलचल गठबंधन की समानता और रणनीति को प्रभावित कर सकती है।
कांग्रेस, वीआईपी और राजद के बीच असहमति का असर गठबंधन की चुनावी ताकत पर पड़ सकता है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि विवाद सुलझ गया तो गठबंधन 56-70 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर चुनाव में पूरी ताकत दिखा सकता है।
Do Follow us. : https://www.youtube.com/results?search_query=livebihar