बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में तेजस्वी यादव का पहला चुनावी हुंकार
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर सियासी गतिविधियाँ तेजी से चल रही हैं। महागठबंधन ने अपने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव चुनावी मैदान में उतर चुके हैं। उन्होंने अपने पहले दिन के प्रचार के दौरान 5 विधानसभा सीटों पर हुंकार भरी और जनता को अपने वादों से रूबरू कराया।
तेजस्वी यादव ने मीडिया से बातचीत में साफ कहा कि उनका चुनाव प्रचार सच्चाई और पक्की बातों पर आधारित है। उन्होंने जोर देकर कहा कि “हम टूटी, फूटी और झूठी बातें नहीं करते हैं। जो कहते हैं वो करते हैं और जो कहेंगे वो भी करेंगे।” उनका यह संदेश भरोसे और बदलाव की भावना से भरपूर था।
तेजस्वी यादव के वादे: पढ़ाई, कमाई, दवाई और सुनवाई
तेजस्वी यादव ने अपनी सरकार के लिए प्रमुख योजनाओं का खुलासा किया। उनका दावा है कि यदि वे मुख्यमंत्री बने, तो बिहार में जनता की भागीदारी सबसे पहले होगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका लक्ष्य अपराध और भ्रष्टाचार मुक्त बिहार बनाना है।
उनके घोषणापत्र के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:
• महिलाओं के लिए माई बहिन मान योजना: प्रति माह 2,500 रुपये, सालाना 30,000 रुपये, 5 साल में कुल 1.5 लाख रुपये।
• संविदा कर्मियों को सरकारी करने की योजना।
• जीविका दीदियों का मानदेय बढ़ाना और अतिरिक्त काम के लिए प्रति माह 2,000 रुपये।
• सरकारी नौकरियों का वितरण ऐसे परिवारों में जो अब तक सरकारी नौकरी से वंचित रहे।
यह वादे जनहित और विकास के दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण हैं और बिहार की जनता के लिए एक नई उम्मीद जगाते हैं।
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पीएम मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला

तेजस्वी यादव ने चुनाव प्रचार में सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जंगलराज वही है जहां अपराधियों को संरक्षण मिलता है और अपराध होने के बाद कोई कार्रवाई नहीं होती।
तेजस्वी यादव के अनुसार:
• बिहार में हर दिन अपराध होता है, जैसे लूट, चोरी और डकैती।
• पीएम मोदी और नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य में अपराध लगातार बढ़ रहे हैं।
• बीजेपी शासित राज्यों में अपराध की दर सबसे अधिक है, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश और बिहार में।
• मोदी जी गुजरात मॉडल बिहार में लागू करना चाहते हैं, लेकिन उनका यह प्रयास असफल होगा।
उनके ये बयान सकारात्मक और नकारात्मक भावनाओं को एक साथ उभारते हैं और जनता में चुनावी माहौल गरमाने का संकेत देते हैं।
महागठबंधन की ताकत और चुनावी रणनीति
महागठबंधन द्वारा तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया गया है। साथ ही, मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया है। यह चुनाव 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में होगा और परिणाम 14 नवंबर को घोषित होंगे।
तेजस्वी यादव ने जनता से सीधे संवाद करते हुए कहा कि उनका प्रयास है सामाजिक न्याय और विकास को साथ लेकर चलना, ताकि हर वर्ग की आवाज़ सुनी जा सके। उनका चुनावी अभियान जमकर जनता को जोड़ने और नीतीश-मोदी के नेतृत्व पर सवाल उठाने पर केंद्रित है।
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बिहार में जनता की उम्मीद और चुनावी संदेश
तेजस्वी यादव ने साफ किया कि उनका मुख्य उद्देश्य बिहार में सुनवाई वाली सरकार और जनता की भागीदारी सुनिश्चित करना है। उनका संदेश है कि बिहार के लोग भी सीएम बनेंगे।
उनके अभियान में:
• अपराध मुक्त राज्य की योजना।
• भ्रष्टाचार को समाप्त करने के संकल्प।
• महिलाओं और गरीबों के लिए योजनाओं का क्रियान्वयन।
यह चुनाव केवल सत्ता परिवर्तन का नहीं, बल्कि जनता की भागीदारी और बदलाव का प्रतीक है।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में महागठबंधन और एनडीए दोनों ही गठबंधन समानांतर रणनीतियों के साथ आमने-सामने हैं। तेजस्वी यादव का अभियान जनता की उम्मीदों और भरोसे को लेकर है। वहीं, एनडीए का मुख्य फोकस स्थिरता और विकास पर है।
अब सवाल यह है कि बिहार की जनता किस वादे को अधिक विश्वसनीय मानेगी— स्थिरता और विकास का वादा या बदलाव और न्याय का सपना।
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