पटना, बिहार।
बिहार में चुनावी मौसम है, तो नेताओं का दल-बदल का कार्यक्रम शुरू हो गया है. सारे रिश्ते-नाते ताक पर रखकर, जिसे जहां से फायदा दिख रहा है वहीं शिफ्ट होने में लगा है. चुनाव से पहले लालू यादव की पार्टी लगातार कमजोर होती जा रही है.
तेजस्वी और तेज प्रताप की खींचतान के कारण बड़ी संख्या में पार्टी के दिग्गज और वरिष्ठ नेता RJD छोड़कर नीतीश कुमार के खेमे जा रहे हैं. तेजस्वी को आज (मंगलवार को) फिर से बड़ा झटका लगा है. बेगूसराय के तेघड़ा से आरजेडी विधायक वीरेंद्र कुमार ने जेडीयू का दामन थाम लिया है. उन्हें सांसद ललन सिंह ने जेडीयू में शामिल कराया.
आरजेडी छोड़कर जेडीयू में शामिल होने के बाद विधायक वीरेन्द्र कुमार ने लालू पर हमला बोलते हुए कहा है कि हम शुरू से ही नीतीश कुमार के साथ हैं. नीतीश कुमार हमारे बड़े भाई की तरह हैं. विकास का काम जितना जेडीयू ने किया, उतना किसी ने नहीं किया.
इस दौरान सांसद ललन सिंह ने लालू-तेजस्वी पर अटैक करते हुए कहा कि राजद में अब कोई दम नहीं है. चुनाव में वे कहां पर रहेंगे,उनको ये जानकारी हो गई है. 2010 में जो स्थिति थी, इस बार उससे भी खराब स्थिति राजद की रहेगी. 2015 में नीतीश कुमार के चेहरे की वजह से स्थिति बदली थी.
उन्होंने कहा कि बजार में सबसे कम बिकने वाला प्रोडक्ट राजद है. लालू प्रसाद के खिलाफ झारखंड हाईकोर्ट में पीआईएल दायर किए जाने पर सांसद ललन सिंह ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं. 1998 की बात है, जब लालू जेल गए थे, तब गेस्ट हाउस को जेल बना दिया गया था.
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने तब टिप्पणी की थी, जब जेल में सुरक्षा नहीं, तो गेस्ट हाउस में कैसे सुरक्षा होगी? लालू की पुरानी आदत है, भ्रष्टाचार करने में उनको शर्म नहीं आती, जेल में रहना शर्मनाक लगता है. लालू प्रसाद आदतन भ्रष्टाचारी हैं, जब भी मौका मिला तो भ्रष्टाचार किया.
हिन्दुस्थान समाचार/मुरली