पटना: स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की अध्यक्षता में सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए मुख्यमंत्री बालिका कैंसर प्रतिरक्षण योजना की विधिवत शुरुआत हो गई। इस दौरान 9 से 14 साल की बच्चियों को निशुल्क ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (एचपीवी) टीका लगाया गया। कार्यक्रम में दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी व विजय सिन्हा समेत विधायक डॉ. संजीव चौरसिया मौजूद थे। श्री पाण्डेय ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में 21 अगस्त 2024 को हुई कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री बालिका कैंसर प्रतिरक्षण योजना के तहत निशुल्क टीकाकरण को मंजूरी मिली। जिसके तहत सर्वाइकल कैंसर से बचाव हेतु 09-14 वर्ष उम्र की बालिकाओं को एचपीवी टीकाकरण के लिए मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से 150 करोड़ अनुदान देना तय हुआ। इस आयु वर्ग की अनुमानित संख्या लगभग 1 करोड़ है। जिनको टीका का लाभ मिलेगा। बिहार देश का पहला राज्य है जहां निःशुल्क एचपीवी टीका लगाने का ऐतिहासिक निर्णय हुआ है।
डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि सर्वाइकल कैंसर से बचाव संभव है, क्योंकि इसके लिए एक प्रभावी वैक्सिन उपलब्ध है। जो विशेष रूप से 09 से 14 साल की बालिकाओं पर प्रभावी रहता है। एचपीवी टीकाकरण का शुभारम्भ प्रथम चरण में राज्य के पांच जिलों पटना, नालंदा, सिवान, पूर्णिया एवं मुजफ्फरपुर में किया जा रहा है। इस वैक्सिन की दो खुराक का 6 माह के अंतराल पर 9 वर्ष से 14 वर्ष आयुवर्ग की सभी बालिकाओं को निःशुल्क दी जायेगी।
डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कहा कि सर्वाइकल कैंसर, जिसे गर्भाशय ग्रीवा या बच्चेदानी के मुंह का कैंसर भी कहा जाता है, एक गंभीर बीमारी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार हर 5 सर्वाइकल कैंसर के मरीजों में से एक भारत में होता है और इसके मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। भारत में यह कैंसर मृत्यु-दर का एक प्रमुख कारण है और वयस्क महिलाओं में कैंसर से होने वाली सभी मौतों का लगभग 17 प्रतिशत हिस्सा है। अभी भारत में प्रत्येक वर्ष लगभग 1 लाख नए सर्वाइकल कैंसर के मामले सामने आते हैं।