बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा में धांधली करने वाले गिरोह का खुलासा, पुलिस ने एक दर्जन से अधिक को गिरफ्तार किया..

By Aslam Abbas 201 Views Add a Comment
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बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा 2025 में धांधली करने वाले बड़े गिरोह का पुलिस खुलासा किया है। शेखपुरा पुलिस ने 20 जुलाई को हुई परीक्षा में फर्जी बायोमेट्रिक ऑपरेटरों और सॉल्वर गैंग के 15 लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों में मास्टरमाइंड नवादा निवासी गोरेलाल यादव भी शामिल है। इस गिरोह में नवादा के 4, शेखपुरा के 7, भोजपुर के 2 और गया के 1 अभ्यर्थी के साथ-साथ 2 महिला अभ्यर्थी भी शामिल हैं।

शेखपुरा एसपी बलिराम कुमार चौधरी ने बताया है कि हैदराबाद की कंपनी सायनासोर को बायोमेट्रिक का काम सौंपा गया था, जिसमें कुछ स्थानीय भी थे। इसी बीच गुप्त सूचना के आधार पर सभी केंद्रों पर बायोमेट्रिक ऑपरेटरों की जांच शुरू की गई। इसमें इस्लामियां उच्च विद्यालय में जांच के दौरान सचिन कुमार की जगह फर्जी आईडी कार्ड के साथ चिंटू कुमार और सिकंदर कुमार को बायोमेट्रिक ऑपरेटर के रूप में काम करते पकड़ा गया। पूछताछ में दोनों ने मास्टरमाइंड गोरेलाल यादव का नाम उगला।

पुलिस जांच में पचा चला कि इस गैंग में कुल 18 लोग शामिल थे, जिन्होंने सभी परीक्षा केंद्रों पर सेटिंग की थी। इनमें से 13 लोगों और 2 परीक्षार्थियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि बाकी की तलाश जारी है। गिरोह ने प्रत्येक अभ्यर्थी से 7 लाख रुपये तक की डील की थी ताकि उन्हें लिखित परीक्षा पास करवाया जा सके। पटना पुलिस ने भी इस मामले में एक अन्य गिरोह के तीन शातिरों को गिरफ्तार किया है, जो सिपाही भर्ती परीक्षा में सेटिंग के जरिए नकल कराने की योजना बना रहे थे।

बता दें कि 2023 में पेपर लीक के कारण 1 अक्टूबर की परीक्षा रद्द कर दी गई थी, जिसमें 74 मामले दर्ज हए थे और 150 से अधिक लोग गिरफ्तार हुए थे। 2022 में गया में 36 अभ्यर्थी ब्लूटूथ डिवाइस के साथ पकड़े गए थे। इस बार बायोमेट्रिक सत्यापन, CCTV निगरानी और लाइव स्ट्रीमिंग के बावजूद सॉल्वर गैंग सक्रिय रहा। जो परीक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता पर सवाल उठाता है।

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