बिहार में महिला सशक्तिकरण: डबल इंजन सरकार की प्रेरक पहल और बदलाव

आपकी आवाज़, आपके मुद्दे

3 Min Read
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना से महिलाओं ने घर और समाज में नई पहचान बनाई।
Highlights
  • • मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना से महिलाओं को ₹10,000–₹2 लाख की सहायता। • 75 लाख महिलाओं के खातों में ₹7,500 करोड़ से अधिक राशि पहुँची। • बकरी पालन, पोल्ट्री, सिलाई और मिठाई दुकान में महिलाएँ सफल उद्यमी। • सड़क, बिजली, पानी, उज्ज्वला योजना और पेंशन से जीवन स्तर में सुधार। • साइकिल और यूनिफॉर्म योजना से शिक्षा में बढ़ोतरी। • पीएम मोदी का महिलाओं से सीधा संवाद और प्रेरणा। • मिथिलांचल में सीता मंदिर राष्ट्रीय गौरव और पर्यटन वृद्धि। • महिला सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता को प्राथमिकता।

मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना: गांव-गांव में नया अध्याय

मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत महिलाओं को ₹10,000 की प्रारंभिक सहायता और आगे चलकर ₹2 लाख तक का वित्तीय सहयोग दिया जा रहा है। इस योजना ने बिहार की महिलाओं के जीवन में नया उत्साह और सशक्तिकरण की शुरुआत की है।

75 लाख महिलाओं को वित्तीय सशक्तिकरण

अब तक 75 लाख से अधिक महिलाओं के खातों में ₹7,500 करोड़ से ज्यादा राशि सीधे पहुँची है। यह योजना भारत की सबसे बड़ी महिला-केंद्रित योजना बन गई है और “लखपति दीदी” और “ड्रोन दीदी” जैसी प्रेरक कहानियाँ सामने आई हैं।

बिहार में महिला सशक्तिकरण: डबल इंजन सरकार की प्रेरक पहल और बदलाव 1

महिला उद्यमिता में नई पहचान

बकरी पालन और पोल्ट्री

महिलाएँ बकरी पालन और पोल्ट्री व्यवसाय में सफल उद्यमी बन चुकी हैं, जिससे उनके परिवार का जीवन स्तर बेहतर हुआ है।

आटा चक्की, मिठाई की दुकान और सिलाई

पहले घर तक सीमित रहने वाली महिलाएँ आज परिवार और समाज की निर्णय लेने वाली शक्ति बन गई हैं।

बुनियादी सुविधाओं से महिलाओं का जीवन सुधरा

सड़क, बिजली और पानी

डबल इंजन सरकार ने सड़क, बिजली, पानी, शौचालय और आवास जैसी बुनियादी सुविधाएँ हर घर तक पहुँचाईं।

उज्ज्वला योजना और पेंशन

उज्ज्वला योजना से धुएँ से मुक्ति, पेंशन ₹400 से बढ़ाकर ₹1,100 और 125 यूनिट मुफ्त बिजली से घरेलू खर्च घटा है।

यह भी पढ़े : https://livebihar.com/bihar-election-2025-owaisi-attack-nda/

शिक्षा और कौशल विकास में बिहार की बेटियाँ

साइकिल और यूनिफॉर्म योजना से पढ़ाई जारी है और हज़ारों महिलाएँ जीविका समूहों से जुड़कर उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। अब गाँव की बेटियाँ बिजली की रोशनी में अपने भविष्य के सपने संजो रही हैं।

प्रधानमंत्री मोदी का महिलाओं से संवाद

पीएम मोदी बार-बार कहते हैं – “महिला शक्ति ही भारत के विकास की असली ऊर्जा है” और बिहार की महिलाएँ इसे सच कर रही हैं। लाभार्थी बहनें अपनी कहानियाँ साझा कर प्रेरणा प्राप्त कर रही हैं।

यह भी पढ़े : https://livebihar.com/bihar-chunav-2025-dates/

मिथिलांचल को मिला राष्ट्रीय गौरव

सीता मंदिर पुनौराधाम को राष्ट्रीय महत्व मिलने से महिलाओं को “सीता की बेटियाँ” कहकर नई शक्ति मिली। यह क्षेत्र में पर्यटन, रोजगार और व्यापार को गति देता है।

महिला सुरक्षा और सम्मान को प्राथमिकता

भाजपा का संदेश साफ है कि बिहार की असली पहचान जातिगत राजनीति से नहीं, बल्कि आस्था, गर्व और विकास से है। महिला सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता को शासन की प्राथमिकता बनाना सबसे बड़ी उपलब्धि है।

डबल इंजन सरकार का विजन: सशक्त बिहार

“मंडल बनाम कमंडल नहीं, बल्कि माता सीता और महिला शक्ति से एकजुट बिहार और सशक्त भारत।” बिहार की महिलाएँ इस नए परिवर्तन की सबसे मजबूत धुरी हैं।

Also Follow us: https://www.youtube.com/@LIVEBIHARDigitalNetwork

Share This Article