पटना,संवाददाता: बिहार के गांव से निकले एक युवा देव प्रिय ने अमेरिका में अपनी सफलता का डंका बजाया है। बिहार के बेटे देव प्रिय को अमेरिका के ‘द मार्किस हूज हू पब्लिकेशन बोर्ड’ ने तकनीकी क्षेत्र में असाधारण योगदान के लिए सम्मानित किया है। देव ने पर्पल A1 नाम के सॉफ्टवेयर का इजाद किया है, जो जेनरेटिव का उपयोग कर एंटीवायरस बनाता है। यह तकनीक बेहद ही उपयोगी मानी गई है। जिस पर अब तक किसी ने ध्यान नहीं दिया था। संस्था ने इसे उपलब्धि माना। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देव का इंटरव्यू हुआ। फिर चयनित किए जाने पर कोरियर के माध्यम से श्रेष्ठता का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
देव प्रिय का परिचय
देव मूल रूप से सीतामढ़ी जिले के रहने वाले हैं। वे सीतामढ़ी जिले अंतर्गत रुन्नीसैदपुर प्रखंड के रामपुर गांव के मूल निवासी हैं। बैंककर्मी के बेटे अरविंद कुमार और शिप्रा के घर जन्मे देव की प्रारंभिक शिक्षा और लालन पालन मुजफ्फरपुर शहर में सेवानिवृत्त साइंस शिक्षक बाबा रामसेवक सिंह की देखरेख में हुई। उन्होंने 10वीं तक की पढ़ाई नॉर्थ प्वाइंट स्कूल से की। वहीं प्लस टू की शिक्षा दरभंगा में हासिल की।
शिक्षा और करियर
बाद में उच्च शिक्षा के लिए बेंगलुरु भेजे गये। जहां पेशिट संस्थान से उन्होंने बीटेक की डिग्री हासिल की और आगे चलकर बेहतर आयाम गढ़ने और नया मुकाम हासिल करने की सोच के साथ अमेरिका रवाना हुए। वहां देव ने जॉर्जिया टेक विश्वविद्यालय से एमटेक की डिग्री हासिल की और यही रोजगार के क्षेत्र में भी कदम बढ़ाया। इस सफर के दौरान उन्होंने मेडेलिया, ट्विटर और फेसबुक के लिए वर्षों योगदान दिया है। फिलहाल वह सेंटिनल के लिए एक तकनीकी विशेषज्ञ के रूप में योगदान दे रहे हैं। इस सम्मान को देव अपने ख्वाहिशों की उड़ान में नया रंग मानते हैं।
मातृभूमि से विशेष लगाव
अपनी मातृभूमि से विशेष लगाव रखने वाले देव फिर से भारत लौटना चाहते हैं और क्रिकेट खेलने के साथ-साथ भारत के तकनीकी विकास के क्षेत्र में सहभागी बनने की सोच रखते हैं।