रक्सौल(भारत नेपाल सीमा), संवाददाता
नेपाल के बीरगंज स्थिति पर नियंत्रण स्थापित करने के लिहाज वीरगंज प्रशासन ने कर्फ्यू की समय सीमा रात 12 बजे तक बढ़ा दी है। ऐसा बढ़ते तनाव और स्थिति की संवेदनशीलता को देखते हुए किया गया है । हालांकि कर्फ्यू के चलते भारत-नेपाल बॉर्डर पर अफरा-तफरी का माहौल है। कर्फ्यू के कारण बॉर्डर पर बड़ी संख्या में लोग फंसे हुए हैं, जिनमें कई विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं। कई राज्यों से आई गाड़ियां भी सीमा पर खड़े हैं और यात्री पास के होटलों में रुकने को मजबूर हो गए हैं।
बॉर्डर पर बढ़ती भीड़ और अव्यवस्था को देखते हुए सुरक्षा बलों को सतर्क कर दिया गया है। प्रशासन लगातार नेपाल अधिकारियों से संपर्क में है ताकि जल्द से जल्द स्थिति सामान्य की जा सके।
इस घटना में दर्जनों श्रद्धालु घायल हुए हैं, जिनका इलाज नारायणी अस्पताल सहित कई अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में चल रहा है। प्रशासन की टीम पूरी तरह से सतर्क है और हालात पर नजर बनाए हुए है। सड़कों पर सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है और संवेदनशील क्षेत्रों में फ्लैग मार्च भी किया जा रहा है।
बीरगंज के बाजारों और आम जनजीवन पर भी इस घटना का गहरा असर पड़ा है। व्यापारिक गतिविधियां लगभग ठप हो गई हैं।
विशेष बात यह है कि यह पत्थरबाजी मस्जिद के पास से की गई, जिससे समुदायों के बीच तनाव बढ़ गया है। यह कोई पहली घटना नहीं है। भारत में भी रामनवमी, दुर्गा पूजा जैसे पर्वों के दौरान इस तरह की घटनाएं देखने को मिलती रही हैं। अब ऐसी घटनाएं नेपाल सहित अन्य पड़ोसी देशों तक भी पहुंचने लगी हैं, जो क्षेत्रीय शांति और भाईचारे के लिए गंभीर खतरा है।
नेपाल की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए भारत-नेपाल सीमा पर रक्सौल प्रशासन और सीमा बल ने चौकसी बढ़ा दी है। सीमा पार जाने वाले भारतीय नागरिकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, खासकर वे लोग जो नेपाल में रोजगार के लिए जाते हैं।
प्रशासन ने आमजन से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर निगरानी तेज कर दी गई है ताकि कोई भी भड़काऊ सामग्री प्रकाशित न हो सके।
वीरगंज प्रशासन ने रात 12 बजे तक बढ़ाई कर्फ्यू की समय सीमा हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान हुई थी पत्थरबाजी, कई लोग हुए घायल
