पटनाः बिहार में पुल गिरने का मामले थमने का नाम ले रहा है। एक के बाद एक बिहार में ब्रिज (Bridge) धंसते जा रहे हैं। इस बार किशनगंज जिले के बहादुरगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत डुआडांगी मरिया कनकयी नदी के धार में लगभग छह वर्ष पहले निर्मित पुल का पाया धंस गया है। बारिश के कारण नदी के धार में पानी उतरने और तेज बहाव की चपेट में आने से डुआडांगी पुल का पाया धंसने से पुल क्षतिग्रस्त हो गया। मौके पर संवाद भेजे जाने तक बहादुरगंज और दिगघलबैंक थाना से जुड़ी पुलिस कैंप कर हालत पर नजर बनाये हुए है। डीएम तुषार सिंगला के निर्देश पर स्थानीय प्रशासन ने आवागमन बंद करवा दिया गया है।
पुल गिरने पर डीएम ने तुरंत लिया एक्शन
डीएम तुषार सिंगला को डुआडांगी पुल का पाया धंसने की सूचना जैसे ही मिली, उन्होंने मामले पर तत्काल संज्ञान लेकर पुलिस और विभागीय अधिकारी को मौके पर पहुंचकर स्थिति के जायजा का निर्देश दिया। इसके बाद प्रशिक्षु डीएसपी और थानाध्यक्ष अभिनव पराशर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर क्षतिग्रस्त पुल पर बेरेकेटिंग खड़ी करवाकर आवागमन को तत्काल बंद करवा दिया। हालांकि पुल पर आवाजाही बंद होने से हजारों लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है। हालांकि बिहार में इस तरह से पुल गिरने का सिलसिला कोई नया नहीं है।
एक साल पहले भी धंसा था पुल
बिहार में एक साल पहले भी राष्ट्रीय राजमार्ग 327 ई (NH-327- E) पर ठाकुरगंज से बहादुरगंज के बीच मेची नदी पर निर्माणाधीन पुल का पाया धंसने का मामला सामने आया था। नेपाल और पश्चिम बंगाल को बिहार से जोड़ने वाली अररिया-गलगलिया सड़क का चौड़ीकरण का काम चल रहा है। इसमें कई पुलों का निर्माण कार्य चल रहा है। ठाकुरगंज-बहादुरगंज के बीच गौडी गांव के पास मैसी नदी पर छह स्पेन वाला एक पुल बन रहा है, इसके बीच का पाया धंस गया था। इसके बाद केंद्र सरकार के साथ ही राज्य सरकार की भी काफी आलोचना हुई थी। लेकिन एक बार फिर से ऐसी घटना हुई है।
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