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इंडियन क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और दुनियाभर के लोगों के बीच कैप्टन कूल नाम से प्रसिद्ध महेन्द्र सिंह धोनी इन दिनों चर्चा में हैं। अब आप कहेंगे कि आईपीएल तो खत्म हो गया तो फिर धोनी इन दिनों चर्चा में क्यों हैं? तो भाई साहब आपको बता दें कि धोनी फेमस ही इतने हैं कि कोई भी काम वो करते हैं तो उनके फैंस के बीच वे चर्चा का विषय बन जाता है।

इन दिनों ​माही न तो क्रिकेट को लेकर चर्चा में हैं और न ही अपने परिवार के संग मस्ती वाले किसी वीडियो को लेकर और नही सेना की वर्दी में उनकी कोई तस्वीर या वीडियो सामने आई है। धोनी चर्चा में हैं तो वो भी एक मुर्गे के कारण। जी हां आप बिल्कुल सही सुन रहे हैं। धोनी इन दिनों मुर्गे के कारण चर्चा में हैं।

दरअसल भारतीय टीम के पूर्व कप्तान धोनी जल्द ही मुर्गी पालन का काम शुरू करने जा रहे हैं। गुर्गी पालन के काम के कारण ही धोनी की चर्चा हो रही है। वैसे धोनी कोई ऐसी वैसी हाइब्रिड मुर्गी का पालन नहीं करने जा रहे, बल्कि वे अपने पॉल्टरी फॉर्म में भारतीय नस्ल की सबसे ज्यादा दाम में बिकने वाले ‘कडकनाथ नाम के मुर्गी का पालन करने जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार महेंद्र सिंह धोनी ने कड़कनाथ मुर्गी का पालन शुरु करने के लिए 2 हज़ार चूज़ों का ऑर्डर दिया है।

आपको बता दें कि कड़कनाथ मुर्गे का जहां मीट महंगा बिकता है, वहीं देश का सबसे महंगा अंडा (Egg) भी कड़कनाथ का ही है। गौरतलब रहे कि इससे पहले धोनी ने फार्मिंग और डेयरी का कारोबार भी शुरु किया है.

इसलिए कहा जाता है सबसे महंगा मुर्गा

देश का सबसे महंगा अंडा-जानकारों का कहना है कि कड़कनाथ मुर्गी का अंडा सामान्य मुर्गी के मुकाबले ज़्यादा हैल्दी होता है. हम इसका दावा तो नहीं करते लेकिन कहा जाता है कि कड़कनाथ मुर्गी के अंडे में प्रोटीन ज़्यादा होता है। वहीं कम कोलेस्ट्रॉल होने के चलते हॉर्ट पेशेंट भी इसे बड़े आराम से खा लेते हैं. तीसरी अहम बात यह कि हकीम-वैध कड़कनाथ मुर्गी के अंडे समेत इसके मीट में भी कई तरह के औषधीय गुण बताते हैं। फैट कम होने से हृदय और डायबिटीज रोगियों के लिए यह चिकन बहुत ही फायदेमंद माना जाता है. जिसके चलते देखते ही देखते देशभर में कड़कनाथ की डिमांड बढ़ गई है.

बता दें कि कड़कनाथ मुर्गी का एक चूज़ा 400 से 500 रुपये का आता है। वहीं अंडा देने वाली एक मुर्गी की कीमत इस वक्त बाज़ार में 3 से 4 हज़ार रुपये है। अगर आप मुर्गी का चूजा लाकर पालते हैं तो वो 6 से 7 महीने बाद अंडा देने के लायक हो जाता है। वहीं इसके बिजनेस के लिए भी आपको खास ख्याल रखना होता है।

अगर आप 100 चिकन रख रहे हैं तो आपको 150 वर्ग फीट की जगह की जरुरत होगी. तो वहीं अगर आपको 1000 काले मुर्गे रखने हैं तो आपको 1500 वर्ग फीट की जगह की जरुरत होगी. मुर्गे का फॉर्म गांव या शहर से बाहर मेन रोड से दूर हो, पानी या बिजली की पर्याप्‍त व्‍यवस्‍था होनी चाहिए. हो सके तो फॉर्म उंचाई पर हो ताकि पानी का जमाव आस-पास न हो।

चूंजों और मुर्गियों को अंधेरे में या रात में खाना नहीं देना चाहिए. मुर्गी के शेड में प्रतिदिन कुछ घंटे प्रकाश की आवश्‍यकता भी होती है। दो पोल्‍ट्री फॉर्म एक-दूसरे के करीब न हों. एक शेड में हमेशा एक ही ब्रीड के चूजे रखने चाहिए. पानी पीने के बर्तन दो-तीन दिन में जरुर साफ करें. फॉर्म में हवा और पर्याप्‍त रोशनी हो. कड़कनाथ मुर्गे का पोल्‍ट्री फॉर्म खोलने के लिए आपको इंडिया मार्ट पर मौजूद सेलर्स से कांटेक्‍ट कर ये मुर्गे प्राप्‍त कर सकते हैं. इसके अलावा इंटरनेट पर भी कई ऐसे पोल्‍ट्री फॉर्म मिल जाएंगे जो काले मुर्गे के चूजे और अण्‍डे बेचते हैं।

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