पटनाः नीट पेपर लीक (NEET Paper Leak) मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के साथ ही सीबीआई (CBI) ने तत्काल एक्शन शुरू कर दिया है। सीबीआई की टीम सोमवार की सुबह बिहार आर्थिक आपराधिक ब्यूरो (EOU) के कार्यालय पहुंची। बता दें कि केंद्र सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी है। रविवार को ही सीबीआई ने इस मामले में केस दर्ज किया है और जांच के लिए दो खास टीमों का गठन किया। इनमें से एक टीम पटना में है। अब देखना होगा कि इस पूरे मामले में सीबीआई की टीम को कितनाकुछ बिहार से मिल पाता है।
CBI ने पेपर लीक से संबंधित मांगी कागजात
सीबीआई के अधिकारियों का दल रविवार की शाम पटना पहुंचा। यहां पहुंचने से पहले ही सीबीआई की टीम ने बिहार के ईओयू से संपर्क साधा। ईओयू (EOU) से पेपर लीक से संबंधित कागजातों और अब तक हुई जांच रिपोर्ट मांगी गयी। सोमवार की सुबह सीबीआई की टीम को सारे कागजात सौंप दिये गये। अब सीबीआई इन कागजातों की तहकीकात के बाद आगे की कार्रवाई शुरू करेगी। हालांकि पेपर लीक के मामले में ईओयू ने कई लोगों से पहले ही पूछताछ कर चुकी है। इसके साथ ही कई लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है।
प्राथमिकी किया गया दर्ज
इससे पहले सीबीआई की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में पूरे मामले की जानकारी दी गयी। इसमें कहा गया है कि सीबीआई ने भारत सरकार के उच्च शिक्षा निदेशक की लिखित शिकायत के आधार पर नीट परीक्षा में गडबड़ी से संबंधित एक आपराधिक मामला दर्ज किया है। एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि 5 मई 2024 को नीट परीक्षा एनटीए द्वारा 571 शहरों में 4,750 केंद्रों पर आयोजित करायी गई थी, जिसमें 23 लाख से अधिक उम्मीदवार शामिल हुए थे।
कई राज्यों में हुई पेपर लीक
प्राथमिकी में कहा गया है कि परीक्षा के आयोजन के दौरान कुछ राज्यों में कुछ अलग-अलग घटनाएं हुईं। इसलिए, शिक्षा मंत्रालय ने सीबीआई से गड़बड़ी की व्यापक जांच करने का अनुरोध किया है। सीबीआई से कहा गया है कि वह नीट परीक्षा (NEET-Exam) में साजिश, धोखाधड़ी, उम्मीदवारों, संस्थानों और बिचौलियों द्वारा सबूतों को नष्ट करना, अनियमितताओं का पता लगाये. अगर इस मामले में एनटीए से जुड़े लोग शामिल हैं, तो उनकी भूमिका का भी पता लगाया जाये। सीबीआई ने कहा है कि उसने आपराधिक मामला दर्ज करने के साथ ही जांच शुरू कर दी है। मामले की सर्वोच्च प्राथमिकता पर जांच करने के लिए सीबीआई ने विशेष टीमों का गठन किया है। सीबीआई की विशेष टीमों को बिहार के पटना और गुजरात के गोधरा भेजा गया है, जहां स्थानीय पुलिस ने पहले से मामले दर्ज किए हैं।