पटना: नहाए-खाए के साथ आज से चार दिनों तक चलने वाला आस्था का महापर्व छठ की शुरुआत हो गई है। राजधानी पटना के विभिन्न गंगा घाटों पर सुबह से ही छठ व्रतियों की भारी भीड़ देखी गई। विभिन्न गंगा घाटों में स्नान करने वाली छठव्रती और अन्य श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा, जहां छठव्रती गंगा स्नान के बाद मां गंगा की पूजा अर्चना करती दिखी तो छठ व्रतियों के द्वारा गाए छठी मैया के गीतों से पूरा गंगा घाट मां छठी मैया के भक्ति में डूबा नजर आया। महिला क्या पुरुष क्या बच्चे सभी मां छठ के गुणगान करते दिखे। गंगा घाटों पर हजारों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाने के बाद चार दिवसीय सूर्य उपासना का अनुष्ठान शुरू कर दिया है।
उधर, गंगा घाटों पर पटना जिला प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। गंगा घाटों की बैरिकेडिंग के अलावा वोटों के माध्यम से गोताखोरों का दल गस्त लगा रहा है। छठ व्रतियों ने बताया कि आज कद्दू भात के बाद कल खरना का पूजा होगा। इसके बाद सात नवंबर को पहला अर्घ्य और 8 नवंबर को चौथे दिन भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करने के साथ महापर्व का समापन हो जाएगा। लोक आस्था के महापर्व छठ के मौके पर शहर के मोहल्लों, गांव की गलियों से लेकर चौक-चौराहों तक में छठी मईया के गीत गूंज रहे हैं। इन सब से दूर सभी मनोकामना पूर्ण करने वाले इस पर्व में बिहार की जेलों में भी छठ के गीत गाए जा रहे हैं। जेलों का माहौल भी भक्तिमय हो गया है। बिहार के विभिन्न जेलों में बंद कई कैदी भी सूर्य उपासना के व्रत श्रद्धापूर्वक कर रहे हैं। इसके लिए जेल प्रशासन ने भी खास तैयारी की है। पटना के बेउर जेल में महिला और पुरुष सहित 70 बंदी छठ पूजा कर रहे हैं। मौके पर जेल प्रशासन ने सभी छठ व्रतियों के लिये पूरी तैयारी की है। जेल में मौजूद छठ व्रतियों को पूजा सामग्री उपलब्ध करायी जा रही है। मंगलवार को छठ व्रत के पहले दिन नहाय-जेल को लेकर सभी कैदियों को प्रसाद के रूप में कद्दू-चावल दिया गया। इसके अलावा खरना के रोज भी कारा प्रशासन बंदियों को प्रसाद उपलब्ध कराएगा। कुल 13 महिलाएं और 57 पुरुष बंदी छठ व्रत कर रहे हैं। जेल अधीक्षक विधु कुमार ने बताया कि लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर जेल में साफ-सफाई की गई है। छठ पूजा करने वाले बंदियों को सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने बताया कि भले ही व्रत 70 बंदी कर रहे हैं परंतु उनकी मदद के सभी कैदी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बेउर जेल में प्रत्येक वर्ष कैदियों द्वारा छठ व्रत किया जाता है।