पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में खेलों के विकास के लिए कई कदम उठा रही है। खेलों को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से राज्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। सरकार का उद्देश्य है कि राज्य के युवा न केवल पढ़ाई में बल्कि खेलों में भी अपना भविष्य बनाएं और राज्य का नाम राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रौशन करें। इसी मकसद से राज्य सरकार हर साल बिहार राज्य खेल सम्मान का आयोजन करती है, जिसमें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों और उनके कोच को सम्मानित किया जाता है।
इस कार्यक्रम में खिलाड़ियों को प्रशस्ति पत्र और पुरस्कार राशि देकर प्रोत्साहित किया जाता है। इसी कड़ी में राजगीर में 11 से 20 नवम्बर तक बिहार विमेंस एशियन हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी ‘ का आयोजन किया गया है।
इसके साथ ही खेल के विकास में योगदान देने वाले अन्य लोगों को भी इस सम्मान से नवाजा जाता है। बता दें कि खेलों में बिहार के खिलाड़ियों का प्रदर्शन हाल के वर्षों में काफी बेहतर हुआ है और राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में बिहार का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों की संख्या भी बढ़ रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने सम्मान राशि को बढ़ाकर 5 करोड़ रुपये कर दिया है। बिहार में खेल सम्मान समारोह में अब तक 33 खेलों के 615 खिलाड़ियों, 21 प्रशिक्षकों, 4 खेल संघों, और 4 खेल अधिकारियों सहित कुल 644 लोगों को सम्मानित किया जा चुका है। उनके बीच लगभग 7.5 करोड़ रुपये की सम्मान राशि वितरित की गई है। इसके अलावा साल 2023 में इस समारोह में 11 प्रशिक्षकों सहित कुल 411 खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। अब तक बिहार में कुल 1272 उत्कृष्ट खिलाड़ियों को 15.5 करोड़ रुपये की सम्मान राशि दी जा चुकी है। राज्य सरकार का मानना है कि खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए यह सम्मान जरूरी है, जिससे खिलाड़ी अपने प्रदर्शन को और बेहतर बना सकें और राज्य का गौरव बढ़ा सकें। इसी उद्देश्य से मेडल लाओ-नौकरी पाओ योजना भी चलाई जा रही है, जिसके तहत अच्छे प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को नौकरी दी जा रही है। साथ ही, सम्मान राशि देकर उनके भविष्य को सुरक्षित और उज्ज्वल बनाने का प्रयास किया जा रहा है।