भाजपा के वरिष्ठ नेता केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान की भूमिका बिहार विधानसभा चुनाव में समझ में नहीं आई। लोजपा से जदयू के साथ-साथ भाजपा और एनडीए को नुकसान हुआ। पूरे चुनाव में उन्होंने न केवल तेजस्वी को सेफ किया बल्कि कांग्रेस के खिलाफ भी कुछ नहीं बोले।
एक टीवी चैनल से साक्षात्कार में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार को सीएम बनाने के पीछे बिहार को लालू राज और जंगलराज से मुक्ति दिलाना है। राज्य में सुशासन कायम करने के लिए ही एनडीए ने नीतीश कुमार को सीएम बनाया है। उनके नेतृत्व में बिहार आगे भी विकास की नई ऊंचाइयों को छूएगा। अगर सीएम नीतीश कुमार वर्ष 2015 में भूल नहीं करते तो राजद का आज अता-पता नहीं होता। राजद ने आई वाश कर 75 सीटें पाई, फिर भी उससे पिछली बार 80 से कम सीट ही आए। युवा तेजस्वी से चुनौती मिलने के सवाल पर कहा कि उम्र से अधिक अनुभव व विजन जरूरी है।
इस चुनाव में भाजपा को अधिक सीटें मिलने पर बड़े भाई भूमिका के सवाल पर गिरिराज ने कहा कि साल 2000 में जब सात दिनों के लिए नीतीश कुमार सीएम बने थे तो उस समय भाजपा को 67 तो नीतीश कुमार की पार्टी को 37 सीटें ही थी। मंत्री बनने के सवाल पर कहा कि उसका फॉर्मूला पहले से तय है और केंद्रीय नेतृत्व उस पर फैसला लेगा। एग्जिट पोल के सवाल पर कहा कि पीएम मोदी ने गरीबों के लिए काम किया। राशन-किरासन, रसोई गैस से लेकर नकदी सहायता दी। इसलिए हम निश्चिंत थे कि एनडीए को बहुमत आएगा। मोदी है तो मुमकिन है का नारा दुहराते हुए कहा कि बिहार चुनाव और देश के कई राज्यों में हुए उपचुनाव में मिली जीत अभी अंगड़ाई है, अगली बारी पश्चिम बंगाल की है।