पटनाः पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के नाम की नेमप्लेट का गलत तरीके से इस्तेमाल करने का मामला प्रकाश में आया है, जिसके बाद केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कठोर कार्रवाई करने की मांग की है। दरअसल, हाजीपुर में सीपेट यानी सेंटल इंस्टिच्यूट ऑफ पैट्रोकेमिकल इंजीनियरंग एंड टेकनोलॉजी लाने का श्रेय उन्ही को जाता है। लेकिन इस समय में सीपेट संस्थान ने रामविलास पासवान घोर उपेक्षा की जा रही है। इसके बाद चिराग पासवान ने दुःख जताया है।
चिराग पासवान ने अपने सोशल मीडिया पर ट्वि्ट कर इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने ट्विट कर लिखा कि,” मीडिया और पत्रकार साथियों के माध्यम से यह सूचना प्राप्त हुई कि हाजीपुर में मेरे नेता, मेरे पिता के नाम की नेमप्लेट का गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया, जो कि अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है”
चिराग पासवान ने कहा कि,जिला प्रशासन और सिपेट (CIPET) संस्थान के अधिकारियों से बात की। मैंने निर्देश दिया कि नेमप्लेट को पुनः सम्मानजनक स्थान पर लगाया जाए और ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो। साथ ही इस तरह की घटना में जो लोग शामिल हैं, उनपर कार्रवाई करने की मांग की है। मालूम हो कि सिपेट हाजीपुर से हर साल सैकड़ों छात्र पढ़कर देश-विदेश में नाम रौशन कर रहे है।
गौरतलब है कि साल 1994 में हाजीपुर में सीपेट संस्थान बनाया गया था। पूरा कैंपस 5.65 एकड़ में फैला है। यहां तीन तरह के डिप्लोमा कोर्स होता है। पहला पोस्ट ग्रेजूएट डिप्लोमा इन प्लास्टिक प्रोसेसिंग एंड टेस्टिंग जो कि दो सालका कोर्स है, दूसरा डिप्लोमा इन प्लास्टिक टेकनोलॉजी जो तीन साल का कोर्स है और तीसरा डिप्लोमा इन प्लास्टिक मोउल्ड टेकनोलॉजी जो तीन साल का कोर्स है। सीपेट संस्थान राम विलास पासवान के काम की एक झलक भर है। उन्होंने तो अपने दम पर ऐसे कई संस्थान हाजीपुर में लेकर आए।
ये भी पढ़ें…जेपी नड्डा पहुंचे पटना साहिब गुरुद्वार, टेका मत्था, साथ में डिप्टी सीएम विजय सिन्हा भी रहे मौजूद