जम्मू-कश्मीर में बादल फटने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब कुपवाड़ा में बादल फटा है, जिससे पहाड़ से मलबा नीचे आ गया। घटना लोलाब के ऊंचे इलाकों में वारनो वन क्षेत्र में हुई है। यह किश्तवाड़ और कठुआ के बाद तीसरी घटना है। इससे पहले उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भी बादल फटा था। कुपवाड़ा में बचाव दल के सदस्य पहुंच गए हैं। बाढ़ के पानी से इलाकों को नुकसान पहुंचा है।
कठुआ जिले में पिछले दिनों बादल फटने की तीन अलग-अलग घटना हो चुकी है, जिसमें अब तक सात लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही 12 लोग घायल हो गए हैं। बाढ़ की वजह से कई सड़कें क्षतिग्रस्त है और पुल, इमारतें, बिजली के खंभे और खेतों को नुकसान हुआ है। यहां राहत और बचाव कार्य में कठिनाई आ रही है। किश्तवाड़ के चिशोती इलाके में भी बादल फटने से 64 से अधिक की जान जा चुकी है और सैकड़ों लापता हैं।
मौसम विभाग के अनुसार जम्मू-कश्मीर में 3 दिन तक भारी वर्षा की संभावना जताई है और अलर्ट जारी किया है। स्थानीय अधिकारियों ने बादल फटने की घटनाओं को देखते हुए जोखिम वाले क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी है। लोगों को सावधान रहने की सलाह दी गई है। बता दें कि उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में पिछले कई दिनों से बारिश जारी है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त है और चुनौतियां बनी हुई है।
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