पटना: गंगा तट पर छठ में व्रतियों के लिए की जा रही व्यवस्था का निरीक्षण करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंगा घाटों का दौरा किया । उन्होंने नासरीगंज से नौवहन करते हुए गायघाट तक के सभी घाटों का जायजा लिया। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी सहित कई अन्य मंत्री भी उनके साथ रहे। विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को छठ की तैयारियों से जुड़ी व्यवस्थाओं से अवगत कराया।
इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कहा कि आप चिंता मत करिए सब अच्छा हो जाएगा। मीडियाकर्मियों ने जब पूछा कि घाट कैसा था तो उन्होंने कहा कि लोगों को आने में पूजा करने में सहूलियत होगी। वहीं देखने हम लोग आए हैं। सब काम हो रहा है। सब चीज हो रहा है, सब एकदम अच्छा होगा। जब पूछा गया कि कई घाटों पर दलदल की स्थिति है तो उन्होंने कहा कि काम चल रहा है। पटना में इस वर्ष गंगा नदी का जलस्तर काफी ज्यादा है। कुछ घाटों पर कीचड़ जैसी समस्या भी है। मुख्यमंत्री ने अधिकारीयों को निर्देश दिया कि व्रतियों की सुविधा का पूरा ख्याल रखा जाये। उन्हें कोई तकलीफ न हो।
छठ पर्व शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से मनाया जा सके इसे लेकर उन्होंने अधिकारियों को विशेष निर्देश दिया। उन्होंने छठ पूजा में सुरक्षा, सफाई और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी इंतजाम से जुडी जानकारी ली। एक अनुमान के मुताबिक पटना जिले में मनेर से मोकामा के बीच करीब 20 से 25 लाख लोग छठ पूजा में गंगा घाटों पर जुटेंगे।
5 नवंबर को नहाय-खाय के साथ ही छठ महापर्व की शुरुआत हो जाएगी। छठव्रती 6 नवंबर को खरना करेंगी जबकि 7 नवंबर को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्ध्य देंगी वहीं 8 नवंबर को उदयगामी सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन हो जाएगा। गंगा घाटों पर जिला प्रशासन की तरफ से तमाम तरह की व्यवस्थाएं की जा रही हैं। जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। शहरी क्षेत्र में कुल 109 घाटों पर छठव्रति छठ पर्व कर सकेंगे। जल्द ही पटना के खतरनाक घाटों की सूची जारी कर दी जाएगी।