पटनाः बिहार की सियासी उलट फेर के बाद एनडीए की सरकार बनी है, लेकिन अब तक नीतीश सरकार के कैबिनेट का विस्तार नहीं हुआ है, जिसको लेकर विपक्ष की तरफ से कई तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। बता दें कि नीतीश कुमार ने 28 जनवरी को ही महागठबंधन से नाता तोड़ बीजेपी के साथ मिलकर रिकॉर्ड नौवीं बार मुख्यमंत्री का शपथ लिया था। ऐसे में विपक्ष सत्ता पक्ष से लगातार सवाल कर रही है। इसी बीच ताजा मिली जानकारी के अनुसार माना जा रहा है कि 15 मार्च को नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बिहार कैबिनेट का विस्तार 15 मार्च को हो सकता है। यहां विधानसभा सदस्यों की संख्या के हिसाब से मुख्यमंत्री सहित कुल 36 मंत्री बन सकते हैं। फिलहाल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कुल 9 मंत्री हैं। इनमें 2 उपमुख्यमंत्री (सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा) हैं। दोनों भाजपा के हैं। वहीं सूत्रों की माने तो शाहनवाज हुसैन, मंगल पांडे और नितिन नवीन को मंत्री बनाया जा सकता है।
वहीं इनके अलावा भाजपा के डॉ. प्रेम कुमार, जदयू के विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार, हम के संतोष कुमार सुमन तथा निर्दलीय सुमित कुमार सिंह शपथ ले चुके हैं। बताया जा रहा है कि 14 मार्च तक विधानपरिषद के 11 सीटों के चुनाव की औपचारिकता पूरी हो जाएगी। इसके बाद कैबिनेट विस्तार होगा।
जानकारी अनुसार इस बीच एनडीए के घटक दलों के बीच सीट शेयरिंग भी होगी। 27 मंत्रियों की वैकेंसी है। संभव है कि कुछ पद खाली रखे जाएं। मालूम हो कि एनडीए सरकार गठन के 7 वें दिन मुख्यमंत्री ने विभागों का बंटवारा किया था। पार्टियों के हिसाब से भाजपा कोटे में 23 और जदयू कोटे में 19 विभाग हैं। हम (से.) को 2 तथा निर्दलीय सुमित कुमार को 1 विभाग मिला है।