दरभंगा जिले के जाले नगर पंचायत के बगल के दोघरा गांव में मुस्लिम समुदाय के गरीब मजदूर परिवार की एक बेटी से बलात्कार और हत्या की घटना पर भाकपा- माले ने कड़ी निंदा की है। घटना की जानकारी मिलने पर भाकपा–माले की उच्चस्तरीय टीम दोघरा पहुंची और पीड़ित परिवार से मिलकर घटना की विस्तृत जानकारी ली। टीम में एमएलसी शशि यादव, पूर्व विधायक मनोज मंजिल, माले नेता धीरेंद्र झा, दरभंगा जिला सचिव बैद्यनाथ यादव, इंसाफ मंच के राज्य उपाध्यक्ष नेयाज अहमद, जाले प्रखंड सचिव ललन पासवान सहित दर्जनों लोग शामिल थे।
जांच टीम ने कहा है कि मृतक छात्रा बगल के स्कूल में 8 वीं में पढ़ती थी। आरोपित की दुकान वहीं पर है। मृतक बच्ची के साथ आए दिन आरोपित छेड़खानी करता था। रिपोर्ट है कि लड़की गांव के ही गाछी में पत्ता चुनने गई थी। वहीं दो–तीन लोग अगवा करके बच्ची को कहीं ले गए। उसके साथ दुष्कर्म किया।
लापता बच्ची के ग़ायब होने की रिपोर्ट परिवार के लोगों ने थाना में किया। थाना ने रिपोर्ट लेने से मना कर दिया। दूसरे दिन, लाश बगल के छोड़ाही तालाब में मिला। फिर भी, पुलिस प्राथमिकी दर्ज करने से मना कर रही थी। नौजवानों के प्रतिरोध के बाद प्राथमिकी दर्ज हुई. लेकिन, प्रशासन अभियुक्तों को स्थानीय भाजपा के विधायक मंत्री के दबाव पर बचाने में लगा हुआ है। नौजवानों को उल्टा केस की धमकी दे रहा है। गरीब परिवार को मुआवजा लेकर चुप्पी साधने का दबाव दे रहा है। घटना 21 जून की है. पिता सादरे आलम मजदूरी करते हैं.
भाकपा माले नेता धीरेंद्र झा ने कहा कि जाले विधानसभा क्षेत्र को भाजपाई मंत्री ने अपराधियों, लंपटों और लुटेरों का साम्राज्य बना दिया है। कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। बलात्कारियों को खुलेआम समर्थन दिया जा रहा है। 15 साल की बच्ची के साथ बलात्कार और हत्या की हृदयविदारक घटना सामने है लेकिन प्रशासन ऊपरी दबाव में बलात्कारियों को बचाने में लगा है। हत्या को केवल बलात्कार साबित किया जा रहा है। मृतक बच्ची के साथ आरोपित पूर्व में भी टॉर्चर करता रहा है।