Desk: दरोगा दिनेश राम मोतिहारी के लखौरा के रहने वाले थे। उनकी शादी सिवान के जिरादेई में हुई थी। उनके बड़े भाई उमेश राम व भाभी रीता कुमारी ने बताया कि उनकी पत्नी किरण देवी सिवान के जिरादेई मध्य विद्यालय में शिक्षिका हैं। 2011 में शादी हुई। तब वे जिरादेई थाने में जेएसआई के रूप में पदस्थापित थे। उनको एक पुत्र ऋतिक कुमार सात वर्ष व पुत्री खुशी कुमारी पांच वर्ष की है। उनके पिता की मृत्यु तीन वर्ष पहले हुई। बड़े भाई बेरोजगार हैं। रोते हुए उन्होंने कहा कि हमारे परिवार का प्रतिपाल अब कौन करेगा। इकलौते कमाऊ थे। 15 दिनों पूर्व घर आए थे। होली के बाद मई में आने को कहा था।
मेजरगंज में ठीक एक माह पूरे होने पर दुनिया से चल बसे
1997 में सीतामढ़ी से ही मैट्रिक, 2000 में गोयनका कॉलेज सीतामढ़ी से इंटरमीडिएट व 2004 में मोतिहारी के एलएनडी कॉलेज से स्नातक उत्तीण हुए। 2009 बैच के दारोगा रहे हैं। पहली ज्वाइङ्क्षनग 23 मार्च, 2010 को सिवान के जीरादेई थाने में हुई। उसके बाद रेलवे, कोर्ट सहित विभिन्न थाना होते हुए 2017 में सिवान जिला में ही
लक्ष्मीपुर थाना प्रभारी बने। 2018 में छपरा जिला ट्रांसफर हुआ। वहां आठ माह तक डेरनी थाना प्रभारी रहे। उसके बाद जेएसआई के रूप में मुफस्सिल थाने में थे। 2019 में सीतामढ़ी ट्रांसफर हुआ। सबसे पहले महिन्दवारा में जेएसआई के रूप में 5 जनवरी, 2020 तक रहे। उसके बाद 6 जनवरी, 2020 से 23 जनवरी, 2020 तक पुनौरा थाना प्रभारी रहे। 24 जनवरी 2021 से घटना के दिन 24 फरवरी 2021 तक मेजरगंज थाना में जेएसआइ के रूप में कार्यरत थे। जदयू की ओर से वरिष्ठ नेता व अधिवक्ता विमल शुक्ला ने भी पुलिस लाइन पहुंचकर श्रद्धासुमन अर्पित किए। उन्होंने इस घटना पर दुख जताया और कहा कि शराब माफिया पर शिकंजा कसने की सरकार कटिबद्ध है और इसपर मजबूती से काम भी कर रही है। शराब माफिया ने एक बेकसूर दारोगा को मौत के घाट उतारा, चौकीदार को गोली मारी उनको बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस प्रशासन से हम मांग करते हैं कि शराब माफिया व भूमि माफिया के खिलाफ पूरे जिले में अभियान चलाया जाए और उनपर बड़ी कार्रवाई की जाए।