किशनगंज, संवाददाता
शैक्षणिक व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए जो भी प्रयास हो रहे हैं वह नाकाफी ही लगते हैं अन्यथा मामला अदालत तक नहीं पहुंचता। बीपीएससी चयनित प्रधान शिक्षकों के विद्यालय आवंटन में हो रहा विलंब एक उदहारण मात्र है। हालांकि प्रधान शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले किशनगंज में प्रधान शिक्षकों की एक बैठक मातृव मंदिर परिसर में रविवार को हुई जिसमे प्रधान शिक्षकों के पदस्थापन और विद्यालय आवंटन की मांग की गई।
महत्वपूर्ण बात यह है कि बैठक में प्रधान शिक्षकों ने बिहार सरकार से यह मांग की कि पटना उच्च न्यायालय से मामले का जल्द निष्पादन कर बिहार के 36 हजार प्रधान शिक्षकों की बहाली यथाशीघ्र सुनिश्चित की जाए। आलम यह है कि बिहार सरकार पटना उच्च न्यायालय को संतुष्ट नहीं कर पाई है और इसलिए मामला कोर्ट के विचाराधीन है।
इस बैठक में मुख्यरूप से आई एच रब्बानी,शमीम आलम,प्रणव कुमार,अशरफ अहमद,विवेक कुमार, रिज़वान आलम,सोएब आलम,सोमनाथ झा,संजय कुमार साह,दीपक कुमार,प्रदीप कुमार, तंजीम कौसर,नाज़िश अली,निशांत कुमार,करण कुमार, मुकेश कुमार, स्नेह लता, प्रीति कुमारी,सज्जाद आलम आदि उपस्थित थे।
प्रधान शिक्षकों की बहाली की मांग, मामला अदालत में
