पटना. कथित तौर पर लालू प्रसाद यादव द्वारा रिम्स गेस्ट हाउस से बीजेपी विधायक ललन पासवान को फोन कर प्रलोभन देने की बात पर बीजेपी ने सख्त रवैया अपनाया है. बीजेपी नेता और बिहार के डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि लालू द्वारा बीजेपी विधायक को फोन कर सदन में अनुपस्थित रहने की बात संबंधी प्रलोभन देना गंभीर मामला है. जेल में रहते हुए लालू प्रसाद यादव फोन कैसे कर सकते हैं?
झारखंड सरकार को लिखेंगे लेटर
डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि इस मामले की जांच के लिए वो झारखंड सरकार को पत्र लिखेंगे. चूंकि फोन झारखंड से हुआ है इसलिए झरखंड सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए. अगर झारखंड सरकार कार्रवाई नहीं करती है तो हम केंद्र का भी रुख कर सकते हैं और सीबीआई जांच की भी मांग कर सकते हैं.दलितों का नेता होने पर सवाल
बिहार के डिप्टी सीएम ने कहा कि लालू प्रसाद लगातार फोन पर बात करते हैं. तारकिशोर प्रसाद ने लालू पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि लालू दलित-पिछडों के हक की बात करते हैं पर भड़काने के लिए एक दलित पिछड़ा वर्ग के नेता ललन पासवान को ही उन्होंने चुना.
ललन पासवान ने भी कार्रवाई की मांग
लालू प्रसाद द्वारा बीजेपी विधायक ललन पासवान को फोन किये जाने के मामले में ललन पासवान ने कहा कि यह कल यानी मंगलवार की शाम 6 बजे की घटना है जब वो सुशील मोदी के आवास पर बैठे हुए थे. ललन ने कहा कि जब लालू प्रसाद का फोन आया और जो ऑफर दिया तो उसे सुनकर वो स्तब्ध रह गए. ललन ने कहा कि ऐसे मामलों में कार्रवाई होनी चाहिए.
क्या है मामला
दरअसल 2020 के विधानसभा चुनाव में भागलपुर की पीरपैंती सीट से चुनकर आए ललन पासवान का दावा है कि उन्होंने लालू प्रसाद के उस प्रस्ताव को ठुकराया है जिसमें लालू प्रसाद ने उन्हें राजद का साथ देने की बात कही थी. हालांकि News18 स्वतंत्र रूप से इस ऑडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है.
कोरोना का बहाना
पीरपैंती के विधायक ललन पासवान के मुताबिक उन्हें जेल में बंद लालू प्रसाद यादव का फोन आया था जिसमें कहा गया था कि कल के स्पीकर के चुनाव में वह महागठबंधन का साथ दें और इसके बदले में उन्हें राजद की तरफ से आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा. बीजेपी के विधायक का दावा है कि लालू प्रसाद ने उनको फोन करके यह सारी बातें कहीं हैं. जब ललन पासवान ने लालू से खुद के बीजेपी का सदस्य होने की बात कही तो लालू ने उनसे कोरोना का बहाना बनाकर सदन में न आने की बात कही.