आरा, विशेष संवाददाता
पूर्व केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने अपने सांसद निधि से बाबा बलिश्वरनाथ शिव मंदिर के प्रांगण में निर्मित सामुदायिक भवन का उद्घाटन मंगलवार को किया. गड़हनी प्रखंड के बलीगांव में उद्घाटन के बाद यहां आयोजित एक सभा को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अपने संसदीय कार्यकाल के दौरान उन्होंने आरा के विकास के लिए बहुत काम किया. आरा से देश के किसी भी कोने तक जाने के लिए ट्रेनें उपलब्ध कराई. सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी सहित कई क्षेत्रों में उन्होंने बड़े पैमाने पर विकास के कार्य किये.
उन्होंने कहा कि पटना आरा के बीच सोन नदी पर सिक्स लेन पुल, कोइलवर – बक्सर फोर लेन का निर्माण, आरा में मेडिकल कॉलेज और इंजिनियरिंग कॉलेज का निर्माण, आरा रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म नंबर चार का निर्माण, आरा से कई नई ट्रेनों का परिचालन, कई ट्रेनों का स्टॉपेज, पूर्वी रेलवे गुमटी पर आरओबी का निर्माण समेत उनके कई कार्य इतिहास के पन्नों में जुड़ गए.
उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं और मतदाताओं की सुस्ती और पार्टी के कुछ जनप्रतिनिधियों की गड़बड़ी से उनकी हार हुई है. उनके मतदाता बड़ी संख्या में मतदान के दिन घरों से निकल नहीं पाए और उधर महागठबंधन के कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि और मतदाता बड़ी संख्या में घरों से बाहर निकले और मतदान किया. यही कारण है कि वोट रहते भी वे चुनाव हार गए.
लेकिन आज आरा संसदीय क्षेत्र का विकास अवरुद्ध हो गया है. कई विकास योजनाएं अधूरी पड़ी हुई हैं. उन्होंने कहा कि जनता के बीच रहते हुए विकास कार्यों के लिए अपनी आवाज उठाते रहेंगे और जनता की सेवा करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि अगले चुनाव को लेकर सभी को सक्रिय होना पड़ेगा, जो बाहर रहते हैं उन्हें भी बाहर से बुलाकर मतदान के दिन वोटिंग कराना होगा. तभी आरा के विकास का मार्ग प्रशस्त होगा और विकास विरोधी ताकतों की हार होगी.
सभा की अध्यक्षता जगतपाल सिंह व संचालन रणजीत सिंह चौहान ने किया. सभा में भाजपा नेता अजय सिंह, मदन स्नेही, डॉ बिनोद सिंह, आस नारायण सिंह, कुंदन सिंह तोमर, अमरीश सिंह तोमर, पूर्व मुखिया उपेंद्र सिंह, बीरेंद्र सिंह, दुर्गा शंकर परमार, काशीनाथ सिंह, ललन सिंह, ललन यादव,निर्मल सिंह समेत सैकड़ो लोग उपस्थित थे.
अवरुद्ध हो गया आरा का विकास, हराना होगा विकास विरोधी ताकतों को : आरके सिंह कार्यकर्ताओं, मतदाताओं की सुस्ती और पार्टी के कुछ जनप्रतिनिधियों की गड़बड़ी से हुई हार
