दीघा विधानसभा चुनाव 2025: पुनाईचक से नवल किशोर यादव ने किया मतदान, बढ़ी राजनीतिक हलचल
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में पटना जिले के 181 दीघा विधानसभा क्षेत्र ने पूरे राज्य का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। पटना का यह शहरी इलाका न केवल राजधानी की राजनीतिक नब्ज़ समझा जाता है, बल्कि यहां से जीत का असर सीधे पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र की सियासत पर भी पड़ता है।
आज मतदान के दौरान दीघा के पुनाईचक मतदान केंद्र पर नवल किशोर यादव अपने सहयोगी सुजीत श्रीवास्तव और भाजपा के महामंत्री जितेंद्र कुमार यादव के साथ पहुंचे और अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उन्होंने लोगों से भी अपील की कि अधिक से अधिक संख्या में मतदान कर लोकतंत्र को मजबूत करें।

2020 में BJP का कब्ज़ा, 2025 में फिर से कड़ा मुकाबला
2020 के विधानसभा चुनाव में दीघा सीट भाजपा के खाते में गई थी। भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी संजय चौरसिया ने कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (लिब्रेशन) की उम्मीदवार शशि यादव को 46,073 वोटों के बड़े अंतर से हराया था। यह जीत भाजपा के लिए निर्णायक साबित हुई थी क्योंकि पटना जिले में दीघा का वोटिंग पैटर्न राजधानी की जनता की राजनीतिक सोच को दर्शाता है।
अब 2025 में एक बार फिर यह सीट चर्चा में है। भाजपा के लिए जहां यह प्रतिष्ठा का सवाल है, वहीं विपक्ष के लिए दीघा सीट पर कब्जा जमाना अपनी खोई जमीन वापस पाने जैसा है। इस बार मुकाबला और भी दिलचस्प माना जा रहा है क्योंकि जनता के मुद्दे, शहरी विकास, ट्रैफिक, जलजमाव और रोजगार जैसे स्थानीय सवाल बड़े पैमाने पर प्रभाव डाल सकते हैं।
यह भी पढ़े : https://livebihar.com/bihar-elections-2025-international-observers/
पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र का असर
दीघा विधानसभा पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस उम्मीदवार अंशुल अविजीत को 1,53,846 वोटों के बड़े अंतर से हराया था। यह नतीजा भाजपा के लिए एक बार फिर मनोबल बढ़ाने वाला साबित हुआ, जिससे अब विधानसभा स्तर पर भी पार्टी का संगठन और कार्यकर्ता उत्साहित हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि रविशंकर प्रसाद की लोकप्रियता और भाजपा संगठन की मजबूत जड़ें दीघा में भाजपा के प्रत्याशी के लिए अनुकूल माहौल बना सकती हैं। हालांकि, विपक्ष भी इस बार दीघा को “डिफेंसिव सीट” मानकर पूरी ताकत झोंक रहा है।
Do Follow us. : https://www.facebook.com/share/1CWTaAHLaw/?mibextid=wwXIfr
मतदान में उत्साह, ‘पटना प्रण’ मुहिम से बढ़ा जनभागीदारी
पटना जिला निर्वाचन पदाधिकारी की ओर से चलाए जा रहे “पटना-प्रण” अभियान का असर मतदान केंद्रों पर साफ देखा गया। “आपका वोट, आपकी ताकत” स्लोगन के साथ मतदाताओं में जोश दिखाई दिया। मतदान केंद्रों पर लोगों की लंबी कतारें दिखीं और युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक ने मतदान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
क्या 2025 में दीघा फिर भाजपा के खाते में जाएगी?
दीघा सीट को भाजपा की “सेफ सीट” माना जाता रहा है, लेकिन 2025 में समीकरण बदलते दिख रहे हैं। शहरी मतदाताओं के बीच विकास और रोजगार के मुद्दे प्रमुख हैं, वहीं विपक्ष बेरोजगारी और महंगाई जैसे विषयों पर जनता को साधने की कोशिश में है।
नवल किशोर यादव जैसे स्थानीय भाजपा नेता जनता से सीधा संवाद बनाकर संगठन को मजबूत कर रहे हैं। वहीं विपक्ष इस बार वोट शेयर बढ़ाने के लिए बूथ स्तर तक रणनीति बना रहा है।
इस सबके बीच एक बात तय है — दीघा विधानसभा 2025 का चुनाव सिर्फ एक सीट की लड़ाई नहीं, बल्कि राजधानी पटना की राजनीतिक दिशा तय करने वाला चुनाव होगा।
Do Follow us. : https://www.youtube.com/results?search_query=livebihar

