आरा, विशेष संवाददाता
रोहतास जिले के 197 राजस्व ग्रामों के किसानों को अब जल्द ही किसान पंजीयन के रूप में डिजिटल पहचान मिलने वाली है। रोहतास की जिलाधिकारी उदिता सिंह के अनुसार इसे लेकर आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जिलाधिकारी की पहल पर कृषि ढेर परियोजना के तहत किसानों के विवरण के साथ ही उनकी कृषि भूमि की विस्तृत जानकारी का डिजिटल संकलन तैयार किया जा रहा है। इससे प्रत्येक किसान के पास आधार आधारित ग्यारह अंको की एक यूनिक आईडी होगी। यह यूनिक आईडी किसानों की डिजिटल पहचान का प्रमाण होगा। इस आईडी के लिए किसान आधार कार्ड, मोबाइल नंबर और जमाबंदी कागजात उपलब्ध करा रहे हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि भविष्य में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि समेत अन्य कृषि विभाग की योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए फार्मर रजिस्ट्री के तहत किसानो के पास फार्मर आईडी का होना बेहद जरूरी होगा। फार्मर आईडी प्राप्त किसानों को ही राज्य एवं केंद्र प्रायोजित योजनाओं का लाभ मिलेगा। भविष्य में नामांतरण एवं क्रय पंजीयन की प्रक्रिया में भी फार्मर आईडी की आवश्यकता होगी। फार्मर आईडी बनवाने के लिए चयनित राजस्व ग्रामों में कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। कृषि समन्वयक, राजस्व कर्मचारी, सम्बंधित अंचलों के अंचलाधिकारी और प्रखंड कृषि पदाधिकारी के माध्यम से कैम्प के आयोजन की जानकारी किसानों को दी जा रही है। कैम्प में किसानो के रजिस्ट्री की प्रक्रिया पूरी होने के 24 घंटे के भीतर रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर संदेश प्राप्त हो जायेंगे.जिलाधिकारी उदिता सिंह ने कृषि तथा राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के पदाधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर कृषक हित में सभी भू धारक किसानों के फार्मर रजिस्ट्री का कार्य जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया है।
फार्मर आईडी के रूप में किसानों को डिजिटल पहचान पत्र जल्द
