आरा, विशेष संवाददाता
बक्सर के जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने जिले के सभी आईटी सहायकों के साथ समीक्षात्मक बैठक की. आईटी सहायकों के साथ हुई बैठक को इस रूप में महत्त्व दिया जा रहा था कि ग्रामीण स्तर पर तकनीक का लाभ लोगों को मिले और उन्हें मिलने वाली सुविधाओं और सहायता में उन्हें अपना समय बर्बाद न करना पड़े. लेकिन यह स्पष्ट हुआ कि इस समीक्षात्मक बैठक में मिली जानकारी से डीएम खिन्न थे. इसलिए उन्होंने कई किये जिसमे लोक सेवाओ के अंदर लंबित आवेदनों का अंचलवार निष्पादन लायी जा सके.
अंशुल अग्रवाल की नजर चरित्र प्रमाण पत्र से संबंधित कुल 1674 आवेदनो पर थी जो अभी तक आवेदन लंबित हैं. इस सिलसिले में उन्होंने सामान्य शाखा के प्रभारी पदाधिकारी को सभी थानों से समन्वय स्थापित कर लंबित आवेदनों का शीघ्र निष्पादन कराया जाना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. जिलाधिकारी ने पंचायत कार्यपालक सहायकों की भी खबर ली और प्रत्येक पंचायत सरकार भवन और पंचायत भवन में आरटीपीएस केंद्र की नियमित समीक्षा करने और ऑफलाइन आवेदनों की संख्या बढ़ाने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कहा है.
उल्लेखनीय है कि बिहार लोक सेवा अधिकार अधिनियम के तहत विभिन्न कार्यों के निष्पादन में बक्सर जिला ने पूरे राज्य में सातवीं बार प्रथम स्थान प्राप्त किया।जिलाध्यकरी ने इस सम्मान के लिए सबकी सराहना की. उन्होंने कहा कि सभी परिवादों का शत प्रतिशत निष्पादन करना सुनिश्चित करें। बैठक में बिहार लोक सेवाओ का अधिकार अधिनियम के नोडल पदाधिकारी, बक्सर के अपर समाहर्ता, विभागीय जांच, जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी, आईटी प्रबंधक, डीएससी इंफ्रा एवं सभी सूचना प्रोद्योगिकी सहायक मौजूद थे
अटके पड़े कार्यों से जिलाधिकारी खिन्नसमीक्षा बैठक में लगाई क्लास और दिए कई निर्देश
