आरा, विशेष संवाददाता
भोजपुर जिले में प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों द्वारा स्कूली बच्चों का डाटा यू डायस पोर्टल पर अपलोड नहीं करने के कारण हजारों छात्रों के भविष्य पर संकट खड़ा हो गया है. जिले में 1786 सरकारी स्कूलों के 80 हजार स्कूली बच्चों का यू डायस पोर्टल पर डाटा अपलोड नहीं होने से उन्हें सरकारी सुविधाओं का लाभ मिलने की राह कठिन हो गई है. इसे देखते हुए जिला सर्व शिक्षा अभियान के कार्यक्रम पदाधिकारी चंदन प्रभाकर ने लापरवाही बरतने वाले प्रधानाध्यापकों एवं प्रभारी प्रधानाध्यापकों से शो कॉज जारी किया है.
सबसे ज्यादा लापरवाही पीरो और आरा सदर अनुमंडल क्षेत्र में बरती गई है। पीरो में सबसे ज्यादा 195 स्कूल और आरा सदर में 188 स्कूलों के प्रधान शिक्षकों के द्वारा बच्चों का डाटा पोर्टल पर अपलोड नहीं किया गया है. इसके साथ ही जगदीशपुर के 167, बड़हरा के 164, तरारी के 157, उदवंतनगर के 134, कोईलवर के 119, शाहपुर के 117, सहार के 105, बिहिया के 105, अगियांव 100, गड़हनी 87 और संदेश प्रखंड क्षेत्र के 74 स्कूलों में बच्चों का डाटा यू डायस पोर्टल पर अपलोड नहीं किया गया है. यही कारण है कि कार्यक्रम पदाधिकारी ने कड़ा रूख अपनाते हुए सभी प्रधानाचार्यों को शो कॉज किया है.
भोजपुर जिले में यू डायस 2024-25 पोर्टल पर ई-शिक्षा कोष 2024-25 में छूटे हुए बच्चों का डाटा अपलोड करने की अंतिम तारीख 25 अप्रैल है. लेकिन समीक्षा के दौरान यह बात सामने आई कि विभिन्न प्रखंडों के 1786 प्राथमिक, मध्य और उच्च माध्यमिक विद्यालयों के बच्चों का यू डायस पोर्टल पर डाटा अपलोड नहीं किया गया है. इनकी संख्या 80 हजार के आसपास है. डाटा अपलोड नहीं होने से हजारों बच्चे सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित रह सकते हैं. डाटा अपलोड नहीं होने के कारण सरकार से मिलने वाली पोशाक, छात्रवृत्ति, समेत साइकिल योजना का भी लाभ बच्चों को नहीं मिल पाएगा.
बड़ी संख्या में यू डायस पोर्टल पर डाटा अपलोड नहीं करने वाले स्कूलों के प्रधानाध्यापकों से सर्व शिक्षा अभियान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने 24 घंटे के भीतर स्कूली छात्रों की पूरी जानकारी यू डायस पोर्टल पर अपलोड करने का निर्देश देते हुए उनपर शो कॉज जारी किया है.शो कॉज जारी होने पर डाटा अपलोड करने में लापरवाही बरतने वाले प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों में हड़कम्प मच गया है. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने लापरवाह प्रधानाध्यापकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है.
आखिरी तारीख नजदीक आने पर डीपीएम ने जारी किया नोटिस 1786 स्कूलों के 80 हजार बच्चों का यू डायस पोर्टल पर डाटा नहीं हुआ अपलोड प्रधानाध्यापकों की लापरवाही से योजनाओं के लाभ से वंचित हो सकते हैं हजारों बच्चे
