जमुई: जयपुर में एक प्राइवेट कंपनी में वेल्डर का काम करने वाले जमुई के चंदन मंडल (40) ने शिक्षित पत्नी के बताए गए तरीके से एक साल में तीन फसल उपजाने में सफलता पाई है। पत्नी की सलाह को मान लेने के बाद चन्दन मंडल ने न सिर्फ प्राइवेट नौकरी छोड़ी बल्कि उसे खेती में खूब फायदा हो रहा है।
खेती में लगातार नुकसान होने के कारण चन्दन मंडल का परिवार खुश नहीं था । उसपर घर चलाने के लिए घर से दूर राजस्थान में रहकर चन्दन प्राइवेट कंपनी में काम करते थे । लेकिन स्थिति में सुधर लेन के उद्देश्य से पत्नी सीमा (32) ने पिछले साल पति को घर बुला लिया। पढ़ाई-लिखाई और दिमाग का इस्तेमाल करके सीमा ने पति को खेती करने का जो तरीका बताया, उस टैलेंट को लेकर किसान दंपत्ति इन दिनों चर्चा में हैं और उन्होंने साथ मिलकर पहली बार गरमा धान की खेती की है ।
जहां बाकी के किसान अभी धान की रोपाई कर रहे हैं। वहीं, जमुई जिले के बरहट प्रखंड के गुगुलडीह गांव का रहने वाला यह किसान दंपति इस मौसम में धान की कटाई कर रहा है। इस बाबत चंदन ने बताया कि राजस्थान में रहकर वह वेल्डर का काम करते थे। मजदूरी के पैसे से घर परिवार चल रहा था लेकिन गांव में खेती खराब हो रही थी और बाल बच्चा ठीक से पढ़ नही पा रहा था। पत्नी यह सब देख रही थी और उसे अच्छा नहीं लग रहा था जिसकी वजह से उसने मुझे बुला लिया। खेती को लेकर कहा कि पहली बार धान लगाया, दुबारा भी धान लगाया। अब छठ पूजा आने वाला है, खेत में मूली लगा देंगे।
किसान की पत्नी सीमा ग्रेजुएट हैं। सीमा को यह जानकारी थी कि बंगाल में हमेशा धान होते रहता है। एक ही खेत में दो तीन बार धान लगता है। मामा के घर बंगाल गए थे। वहां देखे कि एक ही खेत में तीन बार धान लगाया जा रहा है। घर आने के बाद सोचे कि बंगाल में तीन बार धान हो सकता है तो फिर बिहार में क्यों नहीं होगा,लगा कर देखते हैं । पहली बार कम जमीन में लगाया। पानी की समस्या नहीं होने के कारण हम भी लगा दिए। धान की उपज अच्छी हुई है। इस बार ज्यादा जमीन में धान लगाएंगे। अगल बगल के किसान भी कह रहे हैं कि हम भी इस बार धान लगाएंगे। धान की फसल अच्छी होने से किसान दंपति की किसानों के बीच खूब चर्चा हो रही है।