पटनाः बिहार में सरकारी स्कूलों के लेकर शिक्षा विभाग ने नया फरमान जारी किया है, जिसके बाद शिक्षकों में खलबली मची हुई है। शिक्षा विभाग ने सितंबर से दिसंबर के बीच सरकारी स्कूलों में त्योहार की छुट्टियों की संख्या 23 से घटाकर 11 कर दी है. शिक्षा विभाग ने हरितालिका व्रत तीज, जिउतिया, विश्वकर्मा पूजा, श्री कृष्ण जन्माष्टमी, गुरु नानक जयंती जैसे कई त्योहारों पर छुट्टियां रद्द कर दी है।
सबसे बड़ा झटका दीपावली से छठ के बीच रहने वाली छुट्टियों पर चला है. अब तक दीपावली से छठ पूजा तक के लिए लगातार छुट्टियां रहती थी. अब इस बीच की 9 दिन की छुट्टी को घटाकर सिर्फ 4 दिन किया गया है. इसमें दीपावली के दिन एक दिन की छुट्टी, चित्रगुप्त पूजा की एक दिन की छुट्टी और छठ के समय की 2 दिन की छुट्टी होगी।
नए आदेश के अनुसार 6 सितम्बर को चेहल्लुम की छुट्टी रहेगी. वहीं 28 सितम्बर को अनंत चतुर्दशी और हजरत मोहम्मद साहब का जन्मदिन है, इस दिन छुट्टी रहेगी. 2 अक्टूबर को गांधी जयंती, 22, 23 और 24 अक्टूबर दुर्गापूजा, 12 नवंबर को दीपावली, 15 नवंबर को चित्रगुप्त पूजा/भैयादूज, 19 और 20 नवंबर को छठ पूजा और 25 दिसम्बर को क्रिसमस की छुट्टी रहेगी।
दरअसल, केके पाठक ने जब से शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव का पदभार संभाला है तब से लगातार कई प्रकार के आदेशों से विवाद बढ़ता रहा है. अब छुट्टियों के नए आदेश ने सबसे बड़ा झटका दिया है. बिहार में तीज और जिउतिया जैसे त्योहारों पर महिलाओं का उपवास और व्रत रहता है. ऐसे में उनके लिये यह सबसे बड़ा झटका है. वहीं विश्वकर्मा पूजा और श्री कृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव घर-घर में धूमधाम से मनाया जाता है. जन्माष्टमी पर लोग उपवास और व्रत भी रखते हैं. इन छुट्टियों के रद्द होने से शिक्षकों के बड़े वर्ग को झटका लगा है।