सुल्तानगंज: सावन के महीने में श्रद्धालु सुल्तानगंज से देवघर 105 किलोमीटर की दूरी पैदल तय कर भोलेनाथ को जल अर्पित करते हैं, लेकिन झारखंड की कोडरमा निवासी कुसुम 200 किलोमीटर पैदल चलकर सुल्तानगंज पहुंची हैं। वहां से गंगाजल भरकर पैदल ही देवघर जा रही हैं।
कुसुम अपने साथ कान्हा जी को भी लेकर साथ चल रही है। कुसुम को श्याम से मोह है, लेकिन भोलेनाथ पर भी अटूट श्रद्धा है। कुसुम बतातीं हैं कि भगवान भोलेनाथ और कान्हा जी दोनों अच्छे मित्र हैं इसलिए कान्हा जी को भोलेनाथ से मिलाने के लिए देवघर जा रही हूं।
शिव भक्तों को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो इसके लिए भागलपुर जिला प्रशासन की ओर से पर्याप्त व्यवस्था की गई है। जिला प्रशासन की व्यवस्था से श्रद्धालु खुश नजर आ रहे हैं। रैन शेल्टर में श्रद्धालुओं के लिए पीने के पानी से लेकर रहने खाने का उत्तम व्यवस्था है। रेन शेल्टर में साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। बेहतर व्यवस्था के लिए श्रद्धालुओं ने जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया है।
मालूम हो कि कुछ दुकानदार मनमाने तरीके से श्रद्धालुओं से वसूली कर रहे है। ₹20 की समान को ₹25 में बेच रहे हैं। जबकि जिला प्रशासन की ओर से तमाम चीजों के रेट को तय कर दिया है। लेकिन दुकानदार श्रद्धालुओं से ₹5 बढ़कर ले रहे हैं। जिला प्रशासन को इसपर लगाम लगाना चाहिए।