आरा: बक्सर के जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने जिले के विकास को लेकर नई-नई योजनायें शुरू कीं जिनमे डेढ़ साल पहले शिलान्यास किया गया पहला बायो गैस प्लांट अब तक पूरा नहीं किया जा सका है. जांच में इसकी वजह निर्माण एजेंसी की लापरवाही सामने आई है. बक्सर जिले के जगदीशपुर पंचायत के कुलहड़िया गांव में जिलाधिकारी द्वारा 13 मई 2023 को शिलान्यास किये गए बायो गैस प्लांट को लखनऊ की निर्माण एजेंसी आनंद इंजिनियरिंग को 90 दिन की निर्धारित अवधी में पूरा करना था किन्तु लगभग 19 माह बीतने के बावजूद यह प्लांट अधूरा है.
पंचायतों को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने की परिकल्पना के साथ बायो गैस प्लांट की आधारशीला रखी गई थी. करीब 49 लाख रूपये की लागत से इस योजना को पूरा किया जाना है. लेकिन पूरा नहीं होने के कारण इस योजना का लाभ पंचायत क्षेत्र के लोगों को अबतक नहीं मिला.
बक्सर के उपविकास आयुक्त डॉ महेंद्र पाल ने बताया कि कंपनी के एग्रीमेंट के हिसाब से बायो गैस प्लांट अब तक बनकर तैयार हो जाना चाहिए था.लेकिन कंपनी ने आधा-अधूरा काम करके छोड़ दिया है. कुछ माह पहले विभाग के गाइडलाइन के अनुसार कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने की प्रक्रिया चल रही थी. इसी बीच एक बार कंपनी ने संपर्क करके बताया कि बायोगैस प्लांट का काम पूरा कर दिया गया है. केवल गोबर की आवश्यकता है. जब वे विभागीय इंजीनियर के साथ बायो गैस प्लांट स्थल पर गए तो पता चला कि प्लांट में बहुत सारे लीकेज है और आधा अधूरा ही कंपनी ने काम किया है. उसके बाद जिलाधिकारी के माध्यम से कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने के लिए विभाग को पत्र भेजा गया है.