पटनाः बिहार में लगातार हो रही बारिश का असर अब राज्य की नदियों पर देखने को मिल रहा है। मूसलाधार बारिश के कारण राज्य की अधिकांश नदियों में जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। बागमती, कोसी, महानंदा और गंडक का जलस्तर कई जगहों पर खतरे के निशान को पार गया है। वहीं गंगा नदी के जलस्तर में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। मानसून की बारिश का जोरदार असर पिछले करीब एक सप्ताह से राज्य के सभी जिलों में देखने को मिल रहा है। साथ ही नेपाल सहित उत्तर प्रदेश में भी इन दिनों तेज बारिश होने के कारण वहां के विभिन्न बराजों से भारी मात्रा में पानी छोड़ा गया है। इससे बिहार की सभी प्रमुख नदियों में पानी का बहाव तेज हो गया है और जलस्तर भी खतरे के निशान को छूने लगा है।
आपदा प्रबंधन सुधार सहायता केंद्र पटना के अनुसार बागमती नदी का जलस्तर शिवहर जिले में खतरे के निशान को पार कर गया है। कोसी नदी भी कई जगहों पर उफनाई हुई है। सुपौल जिला के बसुआ में कोसी का जलस्तर 47.55 जबकि सहरसा जिले के बलुवाहा ब्रिज पर नदी का जलस्तर 42.10 मीटर रिकॉर्ड किया गया जो खतरे के निशान के पार रहा। महानंदा का जलस्तर भी पूर्णिया और कटिहार जिलों में खतरे के निशान के पार पहुंच गई। वहीं गंडक नदी का जलस्तर भी गोपालगंज में खतरे के निशान के पार 62.59 मीटर रिकॉर्ड किया गया।
वहीं गंगा नदी का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है. बक्सर में गंगा का जलस्तर 49.67, पटना के दीघाघाट में 45.73, गाँधी घाट में 45.06, हथिदह में 37.05 मीटर रिकॉर्ड किया गया. वहीं मुंगेर और भागलपुर में भी गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. पिछले 48 घंटों के दौरान गंगा नदी के जलस्तर में जोरदार वृद्धि हुई है और अगले दो दिनों के पूर्वानुमान के अनुसार इसमें और ज्यादा तेजी देखने को मिलेगी।
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