गणेश चतुर्थी का पर्व कल यानी 27 अगस्त दिन बुधवार को मनाया जाएगा और यह दिन विघ्नहर्ता श्री गणेश का जन्मदिवस माना जाता है। गणेश जी को सिद्धिदाता और प्रथम पूज्य माना गया है, इसलिए इस दिन उनकी पूजा से जीवन के सभी विघ्न-बाधाएं दूर होती हैं और व्रत एवं पूजा करने से धन, बुद्धि, संतान सुख, विवाह और कार्यक्षेत्र में सफलता मिलती है.
27 अगस्त से 11 दिन तक गणेश उत्सव शुरू हो जाएगा और घर-पंडालों में गणेशजी को विराजमान किया जाएगा। बप्पा की पूजा अर्चना में किसी तरह का विघ्न ना आए इसलिए पूजन सामग्री की लिस्ट देख लें। गणेश जी को विघ्नविनायक, प्रथम पूज्य और सिद्धिदाता कहा गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेशजी का प्राकट्य हुआ था।
किसी भी शुभ कार्य से पहले उनकी पूजा करने का विधान है ताकि कार्य बिना बाधा के पूर्ण हो। गणेश जी की पूजा से जन्मकुंडली के दोष भी शांत होते हैं और ग्रहों के पाप प्रभाव कम होते हैं। गणेश चतुर्थी का महत्व यह है कि यह दिन हमारे जीवन से विघ्नों को दूर कर, सुख-संपत्ति, सौभाग्य और समृद्धि प्रदान करने वाला है।
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