मुंगेर, संवाददाता
मुंगेर में गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। आपदा विभाग के बुधवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार जलस्तर 36.35 मीटर तक पहुंच गया है। वहीं जिले में खतरे का निशान 39.33 मीटर है। जिला प्रशासन ने बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। बता दें कि सोमवार रात से मंगलवार सुबह तक जलस्तर 34 सेंटीमीटर बढ़ा है।
जिले के छह प्रखंडों – सदर मुंगेर, बरियारपुर, जमालपुर, धरहरा, हवेली खड़गपुर और असरगंज को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित किया गया है। इन क्षेत्रों में कुल 72 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। प्रभावित क्षेत्रों में 58 सामुदायिक रसोई की व्यवस्था की गई है। पशुओं के लिए 21 आश्रय स्थल बनाए गए हैं। 45 प्रकार की आवश्यक दवाओं का भंडारण कर लिया गया है। 849 पशुओं का पंजीकरण पूरा हो चुका है।
बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ की 17 सदस्यीय टीम मुंगेर पहुंच चुकी है। एक और टीम को बुलाया जाएगा। 35 गोताखोर और 299 आपदा मित्र तैयार हैं। प्रशासन ने विशेष देखभाल की जरूरत वाले लोगों की पहचान की है। इनमें 2523 गर्भवती महिलाएं, 2450 धात्री महिलाएं, 11389 वृद्ध और 613 दिव्यांग शामिल हैं। जिले में करीब 1,70,000 परिवार बाढ़ से प्रभावित हो सकते हैं।
बाढ़ से बचाव के लिए कई स्थानों पर भराव और मिट्टी कार्य पूरा कर लिया गया है। कटाव की स्थिति से निपटने के लिए 57 हजार बोरी बालू का भंडारण किया गया है। जिला आपदा पदाधिकारी के अनुसार, एक महीने पहले से ही प्रमंडलीय आयुक्त और डीएम के नेतृत्व में तैयारियां शुरू कर दी गई थीं।
गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के पास पहुंचा बाढ़ आने की स्थिति में मुंगेर में 1,70,000 परिवार हो सकते है प्रभावित
