बिहार के बड़े कारोबारी गोपाल खेमका की पटना में हत्या के बाद पुलिस-प्रशासन के बीच खलबली मची हुई है। इस हत्याकांड को लेकर बिहार पुलिस ने एसआईटी (SIT) का गठन किया है। एसपी सिटी सेंट्रल इस टीम का नेतृत्व करेंगे। डीजीपी (DGP) विनय कुमार खुद इसका मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
वहीं गोपाल खेमका की हत्या पर सुरक्षा गार्ड राम पारस ने कहा कि मैं ड्यूटी पर था, जब हॉर्न बजा, तो मैं आया लेकिन इससे पहले कि मैं गेट खोल पाता, मैंने आवाज सुनी। जब मैंने गेट खोला तो देखा कि सर हॉल में गिरे हुए थे।
गोपाल खेमका की हत्या पर उनके भाई शंकर खेमका ने कहा कि अक्सर पूछते हैं कि क्या कोई धमकी थी, कोई विवाद था, या कोई चेतावनी का संकेत था? लेकिन हमलोग के पास इस तरह की कोई जानकारी नहीं है। दूसरी तरफ गोपाल खेमका की हत्या पर उनके खास मित्रों ने कहा कि हमलोग शॉक्ड हैं। घर के गेट पर गोली मार दी गयी। लॉ एंड ऑर्डर ध्वस्त हो गया है।
इस हत्याकांड को लेकर राजनीति भी गरमा गई है। विपक्ष के कई नेताओं की प्रतिक्रिया आई है। सब ने कहा कि बिहार को जंगलराज नहीं चाहिये। यह सरकार 1 मिनट भी रहने लायक नहीं है। बिहार में हर तरफ गोलियों की बौछार हो रही है। यही नीतीश सरकार है। बिहार में राक्षस राज है। बिहार को मोदी और नीतीश कुमार की सरकार नहीं चाहिए।
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